
प्रेरक वैज्ञानिक जीवन व वैज्ञानिक शोध कहानियां श्रृंखला
300 से बिंडी गढ़वळि कथा रचयिता : भीष्म कुकरेती (MSc (Botany )
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डाक्टर पांडुरंग सुखातमे क योगदान भारत म सांख्यिकी स्थापित करण म भौत च।
पांडुरंग सुखातमे को भारत म सांख्यिकी क संस्थानों , अन्वेषणों म उपयोग करवाण म अग्रणी योगदान च।
भारतीय कृषि सांख्यिकी संस्थान की स्थापना म डाक्टर पांडुरंग वासुदेव सुखातमे को बड़ो योगदान च।
पांडुरंग वासुदेव सुखातमे (पिता जी नाम वासुदेव ) को जन्म 27 जुलाई 1911 कुण बुध गाँव , सतारा महाराष्ट्र म ह्वे छौ।
1932 गणित म बीएससी , फर्ग्युसन कॉलेज पुणे
1936 , पीएचडी , यूनिवर्सिटी लंदन
1939 म डीएससी -द्विभाजनीय कार्यों पर
प्रोफेसनल कॅरियर
1940 -1951 -सांख्यिकी सलाहकार भारतीय कृषि अनुशंधान दिल्ली
1951 1971 निदेशक सांख्यिकी प्रभाग , खाद्य कृषि संग्ठन रोम
शोध व पुस्तकें
सांख्यिकी व कृषि संबंधित सांख्यिकी 75 से बिंडी शोध पत्र व 15 से बिंडि पुस्तक (सह लेखन को संग बी )
पुरूस्कार
1963 म ‘विश्व की भूख और भविष्य की आवश्यकता ‘ शोध पत्र पर रॉयल स्टेटिस्टिकल सोसाइटी द्वारा ‘गाई मेडल’
1971 म पद्म भूषण
1973 , भारतीय विज्ञान कॉंग्रेस असोसिएसन को गुहा मेमोरियल लेक्चररशिप
फेलोशिप आदि
1950 , अमेरिकन स्टेटिस्टिकल असोसिएसन क फेलो
1982 भारतीय राष्ट्रीय विज्ञान अकादमी म तिलक गद्दी व्याख्याता
पांडुरंग वासुदेव सुखातमे को वैकुण्ठवास 28 जनवरी 1997 कुण ह्वे।