शहर की आबादी कम न हो, इसलिए खाली हो रहे घरों को एक कुना (करीब 12 रुपए) में बेचने का फैसला लिया
100 साल पहले एस्ट्रो-हंगेरियन साम्राज्य टूटने के बाद घट रही आबादी, वर्तमान में शहर में 2241 लोग रहते हैं
जाग्रेब: आमतौर पर भारत में एक छोटे घर की कीमत 10 से 20 लाख रुपए होती है। लेकिन क्रोएशिया में 1500 स्क्वायर फीट में फैले घर महज 12 रुपए में बिक रहे हैं। दरअसल, क्रोएशिया के उत्तरी इलाके में एक शहर पड़ता है- लेग्राड। यह 62 वर्ग किमी में फैला है। आमतौर पर भारत में इतने बड़े क्षेत्र में फैले शहर की आबादी लाखों में होती है। लेकिन इस शहर में वर्तमान में सिर्फ 2241 लोग ही रहते हैं।
लेग्राड के मेयर इवान साबोलिक ने बताते हैं कि शहर में ट्रांसपोर्ट कनेक्टिविटी न के बराबर है। हालांकि, शहर की आबादी कम न हो, इसलिए खाली हो रहे घरों को एक कुना (करीब 12 रुपए) में बेचने का फैसला लिया है। अब तक 17 घर बिक भी चुके हैं। लेकिन खरीदारों को एग्रीमेंट के तहत ही घर बेचे जा रहे हैं। इसके तहत खरीदारों को कम से कम 15 साल तक शहर में रहना होगा।
इवान बताते हैं कि लेग्राड की सीमा हंगरी से जुड़ी हुई है। चारों ओर जंगल है। करीब 100 साल पहले एस्ट्रो और हंगेरियन साम्राज्य के टूटने के बाद यहां की जनसंख्या कम हो रही है। हाल ही में 19 परिवार घर छोड़कर राजधानी जाग्रेब शिफ्ट हुए हैं। इनमें से कुछ घर टूट चुके हैं तो कुछ जर्जर हालत में हैं। यदि कोई इन मकानों को खरीदना चाहता है तो प्रशासन उनकी मरम्मत भी करके देगा। इसके अलावा यहां नया जीवन शुरू करने के लिए 35 हजार कुना (करीब 3 लाख रुपए) भी दिए जाएंगे।