
प्रेरक वैज्ञानिक जीवन व वैज्ञानिक शोध कहानियां श्रृंखला
300 से बिंडी गढ़वळि कथा रचयिता : भीष्म कुकरेती
त्र्यंबक शंकर महाबले को जन्म अहमदनगर म 19 अक्टूबर 1909 म ह्वे छौ।
त्रयंबक शंकर महाबले क कार्य टक्सॉनॉमी अर पेलिओबॉटनी म बड़ो च। त्र्यंबक शंकर महाबले क प्रारम्भिक शिक्षा अहमदनगर अर बाद म पूना म ह्वे महाबले न BA , MSc अर पीएचडी डिग्री प्राप्त कार। फेलोशिप अनुसार वो FNI, FASc, FNASc , FBS बि छा।
त्र्यंबक शंकर महाबले न पूना अर मुंबई विद्यापीठ म पढ़ाई।
डाक्टर त्र्यंबक शंकर महाबले न 140 बिंडी रिसर्च पेपर प्रकाशित कराइन। भौत सी जीवित नई स्पेसीज अर पुरातत्व की स्पेसीज की खोज बि डाक्टर महाबले न कार।
1987 म महाराष्ट्र शासन न ‘बॉटनी ऐंड फ़्लोरा ऑफ महाराष्ट्र (872 पृष्ठ ) प्रकाशित कार।
महाराष्ट्र म वनस्पति विज्ञान अध्ययन की पो धरणों हेतु डाक्टर त्र्यंबक शंकर महाबले क नाम सदा स्मरण किये जालो।
डाक्टर त्र्यंबक शंकर महाबले क देहावसान 3 जुलाई 1983 कुण ह्वे
त्र्यंबक शंकर महाबले क गणत आधुनिक महाराष्ट्र नायकों म हूंद।
महाबले विज्ञान की पढाई मराठी म हो का बड़ा समर्थक छा।