‘ कोरी बथ’ लूक्यां मूसौं फौज फिर से दिखेणी च भट्या-भट दिनमान रात दिन ह्वईं च। गौं-गळयूं...
–बाखरि— ।*बिचारि बाखरि* मेंऽ मेंऽ कनी छे स्या, जूड़ि परं बंधीं । पूछ्या गै – क्य करि...
मैं ईं बार फिर से वोट मांगण अयूं छूं गौं खोळू मा विकास कलू यन सौं करार...
जु आजकाल ढक्या मोर द्वार भी खपचौणू कुंडा बिछ्वा हलकौणू दुरू बटिन ही सनकौणू धै-धाद लगौणू राजी...
मतदान जरूर कर्या भला मनपसंद स्वच्छ ईमानदार तै विधानसभा पौछाया पर नेतौ का बाना आपस मा ना...
एक चक्की( आटा चक्की, कार्न चक्की, खाद्य मिल) अनाज का दाणौ तै पिस्दी छ। मैनचेस्टर शिप कैनाल...
१८वीं सदि मा प्रबल गढ़वाळ राज्या परसिद्ध अर जण्या-मण्या दीवान कृपाराम डोभाल का वंशज श्रीराम डोभाल जी...
जैंकु बुबा थाणेदार वींका खुंगला पुरस्कार जैंकु अपणु न पर्या वीं तैं प्वोर मु धर्या जैका मुंड...
बिस्वास छ मि तैं सक नी क्वी भोळ जरूर होलु सुख-चैन भोळ नि होलु आजै तरां भोळ...
बडूली एक गढ़वाली शब्द है, जिसका हिंदी में शाब्दिक अर्थ होता है हिचकी आना और हमें हिचकी...