प्रसिद्ध वैज्ञानिक कहानियों का सारांश श्रृंखला
270 से बिंडी गढ़वळि कथा रचंदेर : भीष्म कुकरेती
या कहानी च मेस्कलिन ग्रह की. यु ग्रह चपटा च अर जु बिंडी चपटा ग्रह च। ग्रह इथगा वेग से घुमद कि ये मेस्कलीन क दिन केवल 18 मिनट से बि हीन हूंदन। यी ना ग्रह क गुरुत्वाकर्षण बि विशेष च। ग्रह क ध्रुबों पर गुरुत्वाकर्षण 700 ग्राम हूंद जबकि भूमध्य रेखा म केवल 3 ग्राम जु यूं द्वी भारों मध्य ही परिवर्तित हूंद। जबकि पृथ्वी म गुरुत्वाकर्षण शक्ति 1 ग्राम हूंद।
मेस्कलीन म मानव घंजीर (सेंटीपीडस ) जन हूंद। कारण यु आकार भारी गुरुत्वाकर्षण तैं झेल लींद। यी तखक जीवित मानव छुट गौळ से बि भय खांदन कारण पृथ्वी क तुलना म या ऊंचाई कई किलोमीटर जन ह्वे जांदी। ग्रह क भूमि पर द्रवीय मीथेन , जमी अमोनिया , इतर मेस्कलीन वासियों कुण अति कठिनाई पैदा करदन।
एक मानव वैज्ञानिक दल को राकेट ग्रह क गुरुत्वाकर्षण आदि क अन्वेषण म ऐ अर ग्रह क ध्रुब पर फंस गे। तै दल म महत्वपूर्ण डेटा छन।
तौंमदे लेकलैंड मशीन क सहायता से 3 ग्राम गुरुत्वाकषण शक्ति म कार्य कौर सकुद।
अन्वेषण दल फंस तो गे अर समाधान एकि च कि ग्रह का नागरिक की सहायता लिये जाय।
स्थानीय नायक बर्लिनान ग्रह मेस्कलीन को एक समुद्री व्यापारी च। मेस्कलीन क समुद्र मिथेन अर हाइड्रोजन को च। वो आदि काल का छन जोमा पुराणी तकनकीक च अर हवा क बल पर नौका चलान्दन। बर्लिंनान तैं नौकावाहन म भौत सा कठिनाई झेलण पड़दन जनकि आंधी व स्थानीय
मानव जहाज से चार्ल्स लेकलैंड तै मध्य रेखा म भिजे गे।
संयोग से चार्ल्स लिकलैंड स्थानीय नाविक व्यापारी बर्लिनान (घंजीर जन , ) तै मिल्दो अर वै तैं अंग्रेजी सिखांद। कुछ शर्तों पर स्थानीय लिंकलैण्ड की सहायता हेतु उद्यत हूंदन। शर्त अनुसार लिंकलैण्ड बर्लिनान तै सब आवश्यक डाटा द्याल जो मेस्कलीन ध्रुव पर रॉकेट म छन।
ये अंतराल म एक हैक को नयापन से मनिख बि हँसदन तो मेस्कलीन वासी बि।
ध्रुव की ओर जांद कई ज्ञात व अज्ञात कठिनाई आंदन। कुछ कठिनाई मनिख सहायक हूंदन तो कुछ म मेस्कलीनवासी सहायक हूंदन। ये मध्य मेस्कलीन क अन्य प्राणियों (कबीला ) बर्लिनान आदि तै कैद बि करदन तो मनिख इखम सहायक हूंद।
मेस्किलिंवासी मनुष्य बिटेन गुरुत्वाकर्षण क विरुद्ध जितण सिखदन अर वायुर्गति से ध्रुवों म कार्य करण लग जांदन। इनम मध्य म एक हैक पर संदेह व सिखण सब हूंद रौंद।