(वियतनामी लोक कथा )
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272 से बिंडी गढ़वळि कथा रचयिता : भीष्म कुकरेती
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यदि आप वियतनाम म नया वर्ष क कुछ दिन यात्रा कारो तो बैक बच्चों तै लिफाफा पुटुक रुपया बच्चों तैं दींद दिखे जाला। लाल लिफाफा पर रुपया वियतनाम आदि देशों म भाग्यशाली विषय मने जांद। यांक पैथर तौळै लोक कथा प्रसिद्ध च –
एक समौ की छ्वीं छन जब पृथ्वी का सब दुष्टात्मा एक आड़ू पेड़ म बंद करे गेन। दिबता प्रति समय तत्पर छा कि दुष्टात्मा आड़ू से नि भाज सौकन या कै तैं हानी नि पंहुचावन।
किन्तु स्वर्ग आरोहणक समय तुई दुष्टात्मा (रागस ) भाजी गे .
तुई जब पृथ्वी पर आयी तो वो क्या करदो छौ कि बच्चों क कपाळ रगोड़दो छौ अर बच्चा किराँद छ व बच्चों पर ताप चढ़ जांद छौ।
यांकुण ब्वे बाबों तैं बच्चों तै तै दुस्तात्मा से दूर रखण पोडद छौ।
एक समय की छ्वीं छन कि एक गाँव म दिबता अयाँ छा तो तौन अफु तैं सोना क मुद्रा म परिवर्तित कौर दे। लोगोंन तौं सोना क मुद्राओं तैं लाल कपड़ा पुटुक बाँध अर बच्चों क सिरवणी तौळ धर दे। दुष्टात्मा तुई जब आयी तो वो चमक्दा लाल कपड़ा अंदर सोना मुद्रा देखि झसक गे अर भय से बच्चों क पास नि आयी। या सूचना सब स्थलों म पौंछ अर सब लाल कपड़ा पुटुक सोना मुद्रा रखि कपड़ा बच्चों क सिरवणी तौळ धरण लग गेन। राग्स तुई बाग़ गे फिर कबि उना नि आयी।
वर्तमान म बि नया वर्ष म बच्चों तै लाल लिफाफों भितर सोना मुद्रा या रुपया रखणों संस्कृति वियतनाम म विद्यमान च।