हिकमत एक सकारात्मक रचना ———-‘हिकमत’—— मन मा भलि करी, या बात ठांण दे हार कतै...
संस्कृति
तीस बरसै उमर मा स्य पचासै दिख्यन्दि छै, अपरू प्यौट मारी तैं हमु तैं पुगौन्दि छै, दिन...
दारु प्यौणा नशा लगणूं ड्यौरा ए सबुकू नुकसान ह्वोणू।। बाबा मैनत करी पैसा कमौणा छोरा यूं पैसों...
बालिका लक्ष्मी पालाकुराली बटि देखा कन भौ दगड़ि कलम चलौणी च- लक्ष्मी लगभग पाॅच साल बिटि जब...
‘पहाड़े ब्यथा’— आवा तुमतै कथा सुणादूं पहाड़े की व्यथा बतांदू कख बटि पैल करु क्या दी लगौ,...
‘पसीना’— सड़क ! चिफळपट्ट जैमा गाड़ी का टैर खळबट्ट रड़ि जांदा, अर गाड़ी फिफ्ट गेयर मा बथौ...
मजदूर सुबेर उठी जांदू काम पर काम करदू तड़तड़ा घाम पर दिन भर कर्दु मजुरि या च...
खान पान अर पोषण मा यु ध्यान धन पुरु जी। संतुलित आहार हमारु या बात भौत जरूर...
चलो गांव वालों वनों को देखने । कुछ लोग आए है वहाँ नाप लेने। सुना है सड़क...
बदली बदली सब कुछ बदली रीति-रिवाज कख हरचि गैन बदली गैन मोर संगाड़ कख गैन होला खोळी...