प्रेरक वैज्ञानिक जीवन व वैज्ञानिक शोध कहानियां श्रृंखला
300 से बिंडी गढ़वळि कथा रचयिता : भीष्म कुकरेती (MSc (Botany )
– डाक्टर रमेश चंद्र महाजन एक पैरासाइटोंलॉजिस्ट , शिक्षक, अन्वेषक , वक्त व भल मांस छा।
डाक्टर रमेश चंद्र महाजन को जन्म सियालकोट म 17 अप्रैल 1938 कुण ह्वे छौ। डाक्टर रमेश चंद्र न एमबीबीएस की जिगरी 1961 गवर्मेंट मेडिकल कॉलेज अमृतसर बिटेन अर्जित कार अर माइक्रोबाइलोलोजी म एमडी उपाधि पंजाब वि० वि ० बिटेन 1967 म अर्जित कार। लंदन म द्वी संस्थान लंदन स्कुल ऑफ़ ट्रॉपिकल मेडसीन्स ऐंड हाइजीन अर नेशनल इंस्टीच्यूट ऑफ़ मेडिकल रिसर्च से एडवांस ट्रेनिंग ले।
1968 म डाक्टर रमेश चंद्र महाजन तैं पोस्ट ग्रेजुएट इंस्टीच्यूट ऑफ़ मेडिकल एज्युकेशन चंडीगढ़ म माइक्रोबायोलॉजी शिक्षक की नियुक्ति मील। अर्थात वो पैरासाइटोलॉजी विभाग का संस्थापक अध्यक्ष बि छा। डाक्टर महाजन का अंतर्गत विभाग न इथगा विकास कार कि वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन न ये संस्थान तै टेस्टिंग इन्स्टिचुसन को दर्जा /पहचान दे। इंडियन कौंसिल ऑफ़ मेडिकल रिसर्च दिल्ली न ये संस्थान तै सेरोलॉजी फॉर मलेरिया (1979 ) अर सेंटर फॉर क्वालिटी कंट्रोल फॉर मलेरिया (1980 ) क केंद्र घोषित कार। WHO न जनवरी 1984 म ये संस्थान तैं सेंटर फॉर एक्सटर्नल क्वालिटी कंट्रोल इन क्लिनिक पैरासाइटोलॉजी केंद्र घोषित कार। डाक्टर महाजन न ये संस्थान तैं पैरासाइटोलॉजी अर लम्यूनोलॉजी क अन्वेषण केंद्र बणवै दे।
डाकर रमेश चंद्र महाजन न 450 से बिंडि शोध पत्र प्रकाशित करिन अर 100 लगभग पीएचडी /एमडी छात्रों को मार्गदर्शन कार।
पुरुस्कार
शम्भुनाथ डे मेमोरियल पुरुस्कार
ऐस एन बोस मेमोरियल पुरुस्कार
वसंती देवी -आमिर चंद पुरुस्कार
जन दस पुरूस्कार मिलेन।
भौत सा मेडिकल संस्थानों से फेलोशिप अर लाइफ टाइम अचीवमेंट अवार्ड बि मील।
डाक्टर महाजन को स्वर्गलोक 23 नवंबर 2021 कुण ह्वे।