250 से बिंडी खानी रचंदेर : भीष्म कुकरेती
भद्वा न अपर पत्नी क हत्त्या कर दे। थमाळी न भद्वान कज्याण धळ्कै दे। जैं पत्नी तैं वो अपर ज्यान से बि बिंडी प्यार करुद छौ , पाफलपन की सीमा तक प्यार करदो छौ भद्वा अपर घरवली से। . वास्तव म सरा गाँव वळ इन बुलणा छन कि भद्वा तो भौत बार बुल्दु छौ कि वै से अब ब्वेक अर पत्नी कुमाळि क झगड़ा नि सयांद। एक दैं तो लोक पकड़ी लै बि छन जब वो गंगा जी म फाळ मारणो चट्टी जिना भगणु बि छौ। वेकी घरवळि अर ब्वे जैदिन झगड़ा नि कारन तै दिन गाँव वळुं तैं इन लगद छौ कि जन गाँव म बरजात पोड़ गे हो सुन्नपट्ट। द्वी झगड़ा बि जोरों क करदा छा किन्तु घर , छनि क कार्य पुरो करदा छा। कबि बि दुयुं मदे कैन बि बिगळेणे इच्छा नि जताई।
जैदिन गाँव म कैको बच्चा पैदा ह्वे जावो या चैण (पालतू पशु ) बिये (बच्चा पैदा ) जावो तो भद्वा क ब्वे राग्सणि बण जांदि छे कर कुमाळि कुण जो बुलण लैक बात नि हो सो लाभ काब बक दींदी छे तो कुमाळी बि बणांक बणी गाळयुं उत्तर गाळयुं से दींदी छे अर इनम भद्वा क हि बरखबान हूंद छौ। भद्वा क ब्वे कुमाळी पर बांज हूणो आरोप भगार लगांद छे तो कुमाळी भद्वा तैं डाक्टर म लिजाणो बात करदि छे।
आज सूरज आंदो हि जगता क तिसर नौनी हूणो सूचना सरा गाँव म पसर अर इना भद्वा क ब्वेक मुखन गाळ्युं क ज्वाला भर भरैक भैर आण लग गे। कुमाळी क बूबा दौलू गाळी खाणु छौ।
“त्यार बूबा दौलू क घर पोड़दु न बांज “
“तै दौलू क वंश नाश ह्वे जैन। ”
” जा मर जैन तै दौलू क तीनि बेट्टा ब्वारी :
अब कुमाळी क उत्तर , ” म्यार मैत तो क्या सुंदर रालो। बजर पोड़ जैन वे नारयण क मुंडित पर जैन इन बेटी जनम। ” बिचारो नारायण छौ भद्वा क नना। कुमाळी न ब्वाल , ” अपर न्यळ्तो क जांच तो करवाओ डाक्टर म “
इनम भितर बिटेन भद्वा क ध्वनि आयी , क्या देह सुख म दीण म मि कमजोर छौ ?”
कुमाळी क उत्तर छौ , ” देह सुख से बच्चा नि जन्मदन। “
भद्वा क ब्वेक कुण यो वाक्य कमजोर कड़ी छे। वींन उठायी दाथी अर घासौ कुण बौण चल गे। यु अलिखित नियम छौ यदि सास बौण गे तो ब्वारी घर म भोजन पकाली। यदि ब्वारी बौण गे तो सास भोजन पकाली।
जो कबि नि हूंद छौ सि आज ह्वे। द्वी झणुं म झगड़ा शुरू ह्वे गे अर भद्वा न थमाळीन अपर पत्नी क धड़ सिर से अलग कर दे। गाँव म सब तै पता चल गे। भद्वा भाजि गे अर गांव वळ पटवारी बुलाणों गेन।
भद्वा चार पांच दिन म बौण से पकड़े गे।
काळों डांड पुलिस स्टेशन म पुलिस न पूछ बि च कि तीन किलै हत्या कार ? तो एकि उत्तर छौ भद्वा को “क्रोध म रोज रोज को झगड़ा नि सहे गे। “
पुलिस वळो तै बि क्या पड़ीं छे। अभियुक्त हत्या करण स्वीकार करणु छौ। गां म बि लोगुं राय ये हि छे कि सास ब्वारी मध्य प्रतिदिनो झगड़ा से भद्वा न अपर कज्याणी हत्या कौर दे।
XX
पुलिस कस्टडी क कुठड़ी म वो इखुलि छौ। हत्या जन अपराध गढ़वाल म वर्ष म एक ही हूंद छौ। कुठड़ी म भद्वा सुचणु छौ कि पुलिस वलों न वैक झूठ तै सच मानि याल जबकि सच्चाई या छे कि पति पत्नी मध्य झगड़ा मध्य कुमाळी न बोल , मी पर भगार नि लगाओ। बल्कण म तुम ही डाक्टर म अफु दिखाओ। जब झगड़ा बिंडी सीमा तक पौंछ तो कुमाळी न ब्वाल , ” मीम तो प्रमाण च कि मि बांज नि छौं। शादी से पैल द्वी दफै दिल्ली म मेरो गर्भपात हुयुं च। तबि तो दिल्ली म आठ पास हूणो उपरान्त बि बूबा जीन म्यार ब्यौ इख गाँव म कराई। “
यु रहस्य कि वेकी पत्नी न ब्यौ से पैल गर्भपात करवाई अर वो बच्चा पैदा करण लैक नी च क ध्यान से ही भद्वा पगलै गे अर वैन पत्नी क हत्या कर दे।