गणितज्ञ वटेश्वर
(भारतौ प्राचीन वैज्ञानिक – 32 )
संकलन – भीष्म कुकरेती
वटेश्वर क जन्म लगभग ८८० ईश्वी म मने जांद जु संभवतया गुजरात का छा। गणितज्ञ वटेश्वर न २४ वर्ष की आयु म ‘वटेश्वर सिद्धांत (गणिताध्याय ) की रचना करी थै . वटेश्वर न भौत सि त्रिकोणमतिय सर्वसमिका प्रस्तुत कौर छे। वटेश्वर सिद्धांत ग्रंथ खगोल शास्त्र व गणित क ग्रन्थ च जैकी रचनाकाल ९०४ िश्वि मने जांद। वटेश्वराचार्य न अफु तैं महदत्त पुत्र बताई अर स्थान ानदण्ड पुर बताई जु प्रत्येक अध्याय का अंत म उल्लेख हुयुं च – श्रीआनन्दपुरीयभट्टमहदत्तसूतवटे श्वरविरचिते स्वनामसंज्ञिते स्फुटसिद्धान्ते … अधिकार II
आनंद नगरक बाराम भौं भौं विचार छन जनकि वडनगर गुजरात, नागपुर,
अब तक प्राप्त सिद्धांत ग्रंथों मदे वटेश्वर सिद्धांत सबसे बड़ो ग्रंथ च। ये माँ १५ अध्याय छन
गणितज्ञ अध्याय म १३२६ श्लोक छन जबकि दूसर ग्रन्थ ब्रहमसफ़टिक म केवल १००७ ही श्लोक छन।
कृ श शुक्ल क मनण च बल वटेश्वर का रचित द्वी ग्रंथ छन दूसर ग्रन्थ गोल च ।