(वियतनामी लोक कथा )
अनुवाद: 250 से बिंडी कथा रचयिता : भीष्म कुकरेती
भौत पैल हंग राजवंश विघटन उपरान्त एन डुआंग वांग न वियतनाम म दुसर राजवंश की स्थापना कार। वैक सेना जादुई क्रॉसबी से युक्त छे जां से वैक सेना अजेय छे. एन डुआंग वांग न अपर प्रतिद्वंदियों तै परास्त कर दे छौ। दुसर राजवंश तै उखाडनो नियत से प्रतिद्व्न्दी सरदार टृयू दा न अपर बेटा ट्रांग थुई क ब्यौ डुआंग वांग क बेटी माई चाउ दगड़ . करणों प्रस्ताव रख।
माई चाउ को विश्वास जितणो उपरान्त ट्रॉन्ग थुई न वीं तै जादुई क्रॉस्बी चुरयानो उद्यत कार। जादुई क्रॉस्बी चुरयाणो उपरान्त ट्रॉन्ग तै क्रॉस्बी तै त्रियु दा म लायी। जादुई क्रॉस्बी तै हथ म लेक सेना लेकि एन डुआंग वांग की सेना पर सफल आक्रमण कर दे। पराजय को उपरान्त एन डुआंग वांग अपर बेटी दगड़ स्मॉदर म भाज गे अर जादुई क्रॉस्बी क निर्माता कछुआ भगवान क ओर चल गे।
अपणी पराजय म अपर बेटी माई चाउ की भूमिका क कारण डुआंग वांग न तुरंत मार दे। एक उपरान्त समुद्र म अंतर्धान ह्वे गे। वैक रक्त समुद्र म बौग गे। वो मोती बण गे। ट्रांग थुई न लज्जा से एक कुंवा मडूबिक आत्म हत्या कार। इन बुले जांद बल ये कुंवा क जल म मोती धुएं जांदन तो वो मोती भौत चमकदनजो जोड़ा क प्रेम क प्रतीक च।