उदयराम चचा जी अर परमानंद दा :
भीष्म कुकरेती
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जख तक मेरी स्मरणशक्ति को प्रश्न च , म्यार अनुसार म चार टेलर /दर्जी ह्वेन – स्वर्गीय उदयराम आर्य , स्वर्गीय परमा नंद आर्य , स्वर्गीय रत्नमणि कुकरेती अर मुंबई वासी श्री रामचंद्र जखमोला। रतन चचा सिलोगी म दर्जी काम करदा छा तो रामचंद्र चचा मुंबई म अर्थात यूं दुयुंन जसपुरा निर्यात म क्वी योगदान नि दे। जबकि उदयराम जी अर परमानंद जी को बड़ो योगदान वस्त्र सिलणो सेवा निर्यात म च। सेवा या वस्तु निर्यात सदा ही गाँव या देस तैं प्रसिद्धि व सम्पनता दिलांण म सफल हूंदन।
उदै चचा अर परमा दा (स्वर्गीय उदयराम आर्य अर परमा नंद आर्य ) अपर समय क प्रसिद्ध दर्जी छा अर आस पास गाँवों का लोक दुयुं म सिलै काम से जसपुर आणा रौंद छा।
द्वी टेलर सीधा , सरल व मधुर वाणी प्रकृति का छा व दुयुं क समंध गाँव वळो से व ग्राहकों से मधुर छा।
द्वी एकी उद्यम कार्यरत हूणों उपरान्त बि दुयुंक एक हैंक से भल संबंध छा।
जसपुर को सिलै -सेवा निर्यात व समृद्धि वृद्धि हेतु स्वर्गीय उदयराम आर्य , स्वर्गीय परमा नंद आर्य दुयुं को नाम जसपुर म स्मरणीय रालो।