
प्रेरक वैज्ञानिक जीवन व वैज्ञानिक शोध कहानियां श्रृंखला
300 से बिंडी गढ़वळि कथा रचयिता : भीष्म कुकरेती
रॉकेट वैज्ञानिक प्रोफेसर सतीश धवन क देश क अंतरिक्ष अन्वेषण तैं ऊंचाइयों म पौंछाण म भौत बड़ो योगदान च।
प्रोफेसर सतीश धवन को जन्म श्रीनगर (जम्मू कश्मीर ) म 25 सितंबर 1920 म ह्वे।
शिक्षा दीक्षा
A -पंजाब विश्वविद्यालय बिटेन –
गणित अर भौतिक विज्ञान म – बीए
अंग्रेजी साहित्य – एमए
मेकैनिकल इंजीनयर BE 1945 म
B – मिनेसोटा यूनिवर्सिटी से वैमानिक इंजीनियरिंग म एमएस , 1947
C कैलिफोर्निया इंस्टीच्यूट ऑफ़ टेक्नोलॉजी
वैज्ञानिक इंजीनियरिंग डिग्री 1949
वैमानिकी अर गणित म पीएचडी
प्रोफेसर सतीश धवन तैं एक्सपेरिमेंटल फ्लूड डायनॉमिक्स इन इण्डिया क जनक मने जांद।
प्रोफेसर धवन तै इंडियन इंस्टीच्यूट ऑफ़ साइंस बंगलौर म वरिष्ठ वैज्ञानिक की नियुक्ति मील। तख 1962 म सतीश धवन निदेशक बण गे छा।
कुछ समय कुण सतीश धवन विदेश चल गे छा। प्रधान मंत्री इंदिरा गांधी क दगड़ बैठक अनुसार , प्रोफेसर सतीश धवन तैं 1971 म भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संस्थान ( इसरो ) क अध्यक्ष व इंडियन इंस्टीच्यूट ऑफ़ साइंस क अध्यक्ष बि बणये जाय अर इसरो क हेड क्वाटर बंगलोर ही हो। इंदिरा गांधी न धवन की शर्त मानिक धवन तैं द्वी उत्तरदायित्व सौंप दे।
अंतरिक्ष आयोग का अध्यक्ष अर अंतरिक्ष विभाग भारत सरकार म सक्रेटरी रूप म उत्क्रिस्ट कार्य कार।
महत्वपूर्ण योगदान
प्रोफेसर धवन क परिश्रम अर पहल व प्रयासों से इनसेट -उपग्रह , भारतीय सुदूर स्वेदन शील उपग्रह , ध्रुवीय उपग्रह प्रेक्षपण यान (PSALV ) जन प्रणालियों क मार्ग प्रसस्त ह्वे।
सम्मान
1981 म पद्म विभूषण
1999 म इंदिरा गांधी राष्ट्रीय एकता पुरूस्कार
प्रोफेसर धवन क नाम पर भौत सा संस्थानों म धवन ब्लॉक या गैलरी नाम धरे गेन
श्रीहरिकोटा रेंज क नाम अब सतीश धवन स्पेस सेंटर च
डाक्टर धव एक शिक्षाविद बि छा अर ग्रामीण शिक्षा पर बि वैज्ञानिक धवन को योगदान च।
प्रोफेसर सतीश धवन को देहावसान 3 जनवरी 2002 म ह्वे। इसरो क स्थापना म मूल उद्द्येश्य ग्रामीण शिक्षा विस्तार बि छौ।