
डॉक्टर एन ० के० पन्नीकर
प्रेरक वैज्ञानिक जीवन व वैज्ञानिक शोध कहानियां श्रृंखला
300 से बिंडी गढ़वळि कथा रचयिता : भीष्म कुकरेती –
पद्म श्री श्री एन ० के० पन्नीकर को नाम समुद्री जैविक विज्ञानकों मध्य बड़ो आदर से लिए जान्दो।
डॉक्टर एन ० के० पन्नीकर को जन्म कोट्टायम , केरल म ह्वे छौ। डॉक्टर एन ० के० पन्नीकर की प्रारम्भिक शिक्षा व माध्यमिक शिक्षा, डिग्री शिक्षा सी एम ऐस कॉलेज कोट्टायम से ह्वे। मद्रास विश्व विद्यालय से नेडुमंगट्टू केशव पन्नीकर तैं डॉक्टरेट डिग्री मील। डॉक्टर एन ० के० पन्नीकर न विश्व विद्यालय म डॉक्टरेट हेतु समुदी जीवों पर अन्वेषण को कार्य ले छौ। डॉक्टर एन ० के० पन्नीकर न समुद्री जिव कलेक्शन (एकत्रीकरण ) हेतु 22 समुद्री जल यात्रा करिन अर भौत सा प्रशंसायुक्त उपमाम प्राप्त करिन।
डॉक्टर एन ० के० पन्नीकर का ही प्रयत्न से इंस्टीच्यूट ऑफ़ ओसनेनोग्रैफी , सेंटर मेरिन फिशरीज रिसर्च इंस्टीव्हयुत , सेंट्रल इनलैंड फिशरीज इंस्टीच्यूट , सेन्ट्रल इंस्टीच्यूट ऑफ़ फिशरीज तक्नोलोजी , सेंट्रल इंस्टीच्यूट ऑफ़ फिशरीज एज्युकेशन , सेंट्रल इंस्टीच्यूट ऑफ़ फिशरीज ओप्रेसन जन संस्थान खुलिन। डॉक्टर एन ० के० पन्नीकर यूनिवर्सिटी कॉलेज म तिरुवंतपुरम म जूलॉजी /जंतु शास्त्र का विभगीय अध्यक्ष छा। डॉक्टर एन ० के० पन्नीकरन मद्रास विश्व विद्यालय म जंतु विज्ञान विभाग को निदेशक रूप म कार्य कार। डाक्टर पन्नीकर न भारतीय कृषि मंत्रालय म इंडियन ओसने ग्रैफी म विशेष अधिकारी (निदेशक ) रूप म बि सेवा दे। डॉक्टर एन ० के० पन्नीकर नेशनल कमिसन ों ऐग्रिकल्चर का भी सदस्य छा। इंडियन नेशनल साइंस अकादमी क भी सदस्य छा। केरल योजना आयोग का सदस्य रूप म बि कार्य कार।
कुछ वैज्ञानिक जौर्नलों क सम्पादक बि रेन जन जूलॉजिकल सर्वे ऑफ़ इण्डिया क एक जॉर्नल। डाक्टर पन्निकर रॉयल सोसाइटी लंदन का सदस्य छा अर इंडियन जिओफिजिकल यूनियन , नेशनल अकादमी ोव साइंस का भी सदस्य मनोनीत ह्वेन।
डाक्टर एन ० के० पन्नीक तैं 1973 म पद्म श्री से सम्मानित कार।
भौत सा भारतीय संस्थानों जन जूलॉजिकल सोसाइटी , दोराब जी टाटा , अर विदेश म संस्थाओं न डॉक्टर एन ० के० पन्नीकर तै सम्मानित कार
डॉक्टर एन ० के० पन्नीकर को देहावसान त्रिवेंथपुरम म 24 जून 1977 म ह्वे। समुद्री जीव विज्ञान म डॉक्टर एन ० के० पन्नीकर को कार्य सदा आदर से लिए जालो।