
प्रेरक गढ़वाली वैज्ञानिक जीवन व वैज्ञानिक शोध कहानियां श्रृंखला
300 से बिंडी गढ़वळि कथा रचयिता : भीष्म कुकरेती
डाक्टर आदित्य नारायण पुरोहित को नाम हाई एल्टिच्यूड प्लांट फिजिओलॉजी म बड़ो आदर से लिए जांद।
डाक्टर आदित्य नारायण पुरोहित को जन्म किमणि गाँव , चमोली म 30 जुलाई 1940 कुण ह्वे। डाक्टर आदित्य नारायण पुरोहित की प्राम्भिक शिक्षा थराली (चमोली ) , रुद्रप्रयाग , फिर लैंसडाउन, नैनीताल अर एमएससी व पीएचडी पंजाब यूनिवर्सिटी चंडीगढ़ से डिग्री प्राप्त ह्वे।
पढ़ै क उपरान्त डाक्टर आदित्य नारायण पुरोहित न फारेस्ट रिसर्च इंस्टीच्यूट देहरादून , पंजाब यूनिवर्सिटी , पोटेटो इंस्टीच्यूट शिमला, ब्रिटिश इंस्टीच्यूट ऑफ़ कोलंबिया , नार्थ ईस्टर्न हिल यूनिवर्सिटी शिलॉन्ग म कार्य कार। 1977 म डाक्टर आदित्य नारायण पुरोहित न हेमवती नंदन बहुगुणा गढ़वाल यूनिवर्सिटी श्रीनगर म नियुक्ति पायी।
गढ़वाल विश्व विद्यालय म नियुक्ति क उपरान्त डाक्टर आदित्य नारायण पुरोहित न 13000 फ़ीट उनको स्थान तुंगनाथ म अल्पाइन फील्ड स्टेशन की स्थापना कार। यु सेंटर एशिया म सबसे उच्चु फील्ड सेंटर च। इख रिसर्च से पाए गे कि ऊंचाई वळ वृक्ष वातावरण क प्रति सामान्य ऊंचाई वळ वृक्षों से कम संवेदन शील हूंदन। डाक्टर आदित्य नारायण पुरोहित व सहकर्मियों कई खोज करिन व भौत सी समाप्ति पर पौधों तैं तख बोई , अंकुरित व पोषण कार। अल्पाइन ऊँचाई म भौत सा औषधीय पादपों क खेती तकनीक म बि डाक्टर पुरोहित को महत्वपूर्ण योगदान च। वैज्ञानिकऋषि पुरोहित का पर्वतीय पौधों व पर्वतीय पारिस्थिकी म महत्वपूर्ण यादगार योगदान च।
डाक्टर आदित्य नारायण पुरोहित न निम्न पद पर कार्य कार –
1976 -1979 रीडर अर वनस्पति विज्ञान अध्यक्ष , गढ़वाल विश्व विद्यालय
1990 – 1995 निदेशक गोविन्द बल्ल्भ पंत इंस्टीच्यूट ऑफ़ हिमालयन इंवायरॉन्मेंट ऐंड डेवलपमेंट
1995 – 2002 प्रोफेसर अर डाइरेक्टर हाइ अल्टीच्यूड प्लांट फीजिओलॉजी रसर्च सेंटर गढ़वाल यूनिवर्सिटी
2001 -2002 म वाइस चांसलर ऑफ़ हेमवती नंदन बहुगुणा गढ़वाल यूनिवर्सिटी
2003 -2010 – श्री एम ऐल भारतीय चेयर , उत्तराखंड शासन
प्रकाशन
1985 ब्लोसोमिंग गढ़वाल हिमलयाज ,
175 से बिंदी वैज्ञानिक पेपर्स
डाक्टर आदित्य नारायण पुरोहित क सम्पादित ग्रंथ
1978 , गुरुमूर्ति दगड़ , व्यूज ों फिजिओलॉजी ऑन फ्लावरिंग
1996 , पी एस रामकृष्णन , के जी सक्सेना , के एस राव अर आर के मैखुरी दगड़ , कन्जर्वेसन ऐंड मैनेजमेंट ऑव बायलोजिकल रिसोर्सेज इन हिमालय। 2000 , ए आर नौटियाल व एम सी नौटियाल क दगड़ , हार्वेस्टिंग ऑफ़ हर्ब्स
डाक्टर पुरोहित तैं भारत सरकार न 1997 म पदम श्री से प्रुस्कृत कार।
डाक्टर आदित्य नारायण पुरोहित न विश्व भर का भौत सा विश्व विद्यालयों व संस्थानों की यात्रा कार व तख पढ़ाई च या भाषण देनि।
डाक्टर आदित्य नारायण पुरोहित तैं बीस से बिंडी विज्ञान संबंधी पुरूस्कार मिल्यां छन
डाक्टर पुरोहित क पत्नी नाम मालती पुरोहित च अर एक नौनी व एक नौनु च।
डाक्टर पुरोहित तैं सदा ही वृक्ष इकोफिजिओलॉजी हेतु याद करे जालो।