
प्रेरक वैज्ञानिक जीवन व वैज्ञानिक शोध कहानियां श्रृंखला
300 से बिंडी गढ़वळि कथा रचयिता : भीष्म कुकरेती एमएससी ( बॉटनी )
डाक्टर हर गोविंद खुराना की जीवनी बतांदी कि ब्वे बाबुं मार्गदर्शन हो तो निर्धन से निर्धन बालक बि हर गोविन्द खुराना बण सकद। डाक्टर हर गोविन्द खुराना तैं मार्शल डब्ल्यू निरेनबर्ग दगड़ सन 1968 म मेडिसिन (फिजिओलॉजी -) को साझा नोबल प्रुस्कार मील. डाक्टर हर गोविन्द खुराना न न्यूक्लियस ऐसिड म न्यूक्लियोटाइड्स क क्रम दिखाई छौ जो कोशिका म आनुवंशिक कोड तैं लीजांद अर कोशिका क प्रोटीन संश्लेषण तैं नियंत्रित करद । खुराना अर निरेनबर्ग तैं ये इ वर्ष कोलंबिया यूनिवर्सिटी से लुइस ग्रॉस हौविर्टज पुरूस्कार बि मील।
पटवारी पुत्र हर गोविन्द खुराना क जन्म रायपुर , मुल्तान ब्रिटिश पंजाब म 9 जनवरी 1922 म ह्वे छौ। गाँव म डाळ तौळ प्रारम्भिक शिक्षा ह्वे। मुल्तान क डीएवी हाइ स्कूल से हाइ स्कूल अर मुल्तान कॉलेज से शिक्षा प्राप्त कार।छात्रवृति से पंजाब विश्व विद्यालय बिटेन 1943 म स्नातक अर 1947 म एमएससी उपाधि अर्जित कार।
1945 उपरान्त युवा खुराना भारतीय फेलोशि म कार्बनिक रसायन म अध्ययन हेतु लिवरपूल वि ० वि ० इन्फ़्लाइंड गेन। 1948 म पीएचडी प्राप्त कार।
1950 -52 तक कैम्ब्रिज म रैन , िना विभाजन म खुराना क परिवार दिल्ली ऐ गे छा ,.
1952 म ब्रिटेन क कोलंबिया अनुसंधान परिषद म नियुक्ति स्वीकार कार। ब्रिटिश कोलंबिया म डाक्टर खुराना न न्यूक्लिक ऐसिड अर जैव अनु संश्लेषण पर अनुसंधान कार।
1960 म डाक्टर खुराना न विस्कॉन्सिन मेडिसन विश्व विद्यालय , यूएसए म ऐन्जाइम अनुशंधान संस्थान म सह निदेशक पद स्वीकार कार। फिर जैव रसायन विज्ञान क प्रोफेसर , बणिन। यखी डाक्टर हर गोविन्द खुराना तैं नोबेल पुरूस्कार मील।
डाक्टर खुराना न दसियों सहयोगी तैयार करिन अर दसियों महत्वपूर्ण शोध करवैन।
सम्मान
1968 , म चिकित्सा पर नोबेल पुरस्कार
1980 म , गैर्डनर फाउंडेशन अंतर्राष्ट्रीय पुरस्कार
लुईसा ग्रॉस हॉरविट्ज़ पुरस्कार
बुनियादी चिकित्सा अनुसंधान कुण ए अल्बर्ट लास्कर पुरस्कार
1969 म पद्म विभूषण
1974 म विलार्ड गिब्स पुरस्कार
1980 म , गैर्डनर फाउंडेशन अंतर्राष्ट्रीय पुरस्कार
लुईसा ग्रॉस हॉरविट्ज़ पुरस्कार
बुनियादी चिकित्सा अनुसंधान कुण ए अल्बर्ट लास्कर पुरस्कार
1969 म पद्म विभूषण
1974 म विलार्ड गिब्स पुरस्कार