हरसिल (उत्तरकाशी ) के भवन २ व ३ में काष्ठ कला, अलकंरण, अंकन उत्कीर्ण
Traditional House wood Carving Art in , Harsil Uttarkashi
गढ़वाल, के भवन (तिबारी, निमदारी , जंगलादार मकान , बाखली , खोली , कोटि बनाल ) में पारम्पपरिक गढवाली शैली की काष्ठ कला, अलकंरण, अंकन उत्कीर्णन -643
संकलन – भीष्म कुकरेती
हरसिल क्षेत्र काष्ठ कला युक्त भवनों हेतु सदियों से प्रसिद्ध रहा है। हिम क्षेत्र होने से इस क्षेत्र में मकानों की निर्माण शैली कोटि बनाल (पत्थर व लकड़ी ) शैली विशेष होते हैं व आज भी बहुत से भवन आधारभूत शैली के विद्यमान हैं।
चित्र में रेम्पा जनरल स्टोर व एक अन्य घर के चित्र उपलब्ध हैं
हरसिल के इस रोंग्पा जनरल स्टोर भवन भी आधार शैली (Premitive style ) का भवन है। भवन संभवतया तिपुर व दुखंड है। हिम आच्छादित क्षेत्र होने से भवन के पहले व दूसरे तल (मंजिल ) में भवन की दीवारें लकड़ी की हैं। लकड़ी की दीवारें व अन्य संरचना लकड़ी के स्पॉट तख्तों (पटिलों ) से निर्मित हुए हैं। स्तम्भ भी सभी सपाट कड़ी के ही हैं।
दो तलों लके मध्य की कड़ी/बौळी /शहतीर के बाहर लकड़ी की पत्ती है जिस पर जैसे आरे के आरे कटे की संरचना है। भवन में खिन उत्कीर्णन के चिन्ह नहीं हैं।
दोनों घरों में ज्यामितीय कटान की संरचना हैं। भवन निर्माण शैली (कोटि बनाल ) के लिए यद् किये जायँगे ना कि अंकन या उत्कीर्णन हेतु।
–
सूचना व फोटो आभार : संगीता बलोदी
यह लेख भवन कला संबंधित है न कि मिल्कियत हेतु . भौगोलिक , मालिकाना जानकारी श्रुति से मिलती है अत: अंतर हो सकता है जिसके लिए सूचना दाता व संकलन कर्ता उत्तरदायी नही हैं .
Copyright @ Bhishma Kukreti, 2022