
प्रेरक गढ़वाली वैज्ञानिक जीवन व वैज्ञानिक शोध कहानियां श्रृंखला
300 से बिंडी गढ़वळि कथा रचयिता : भीष्म कुकरेती
प्रोफेसर सोम देव शर्मा गढ़वाल का पादपों क चलता फिरता इनसाइक्लोपीडिया छा।
प्रोफेसर सोम देव शर्मा गढ़वाळ विशेषकर टिह्ररी , उत्तरकाशी अर शिवालिक क्षेत्र क अँजिओस्पर्म का विशेषज्ञ छा। टिहरी (उत्तरकाशी सह ) अर शिवालिक पहाड़ी क क्वी क्षेत्र नि छा जखक यात्रा प्रोफेसर सोम देव शर्मा नि कौर ह्वावो। मि जब डीएवी म एमएससी म पढ़दो छौ तो हम क्वी बि अपरिचित पादप दिखांदा छा तो प्रोफेसर शर्मा पादप नाम स्पेसीज नाम का अतिरिक्त बतै दींदा छा कि टिहरी (उत्तरकाशी सह ) अर देहरादून शिवालिक म कख ज्यादा मिल्दो। प्रोफेसर शर्मा रिसर्च करणों एक प्रेरणा सोत्र छा। स्वभाव से फक्क्ड़ , फॉर्मैलिटी से दूर। पढ़ांद दैं हम तै बड़ो आनंद आंदो छौ। प्रतिदिन पुरण छात्र सोम देव शर्मा तैं मिलणों आंद छा। एफआरआई अर बॉटनिकल सर्वे ऑफ़ इण्डिया का वैज्ञानिक भौत सा पादप की पहचाण हेतु सोम देव जी से मिलणों आंद छा।
प्रोफेसर सोम देव शर्मा क जन्म अजमेर म एक स्वतंत्रता आंदोलनकारी क घर म 1925 म ह्वे। तौंक बचपन चुरियाला (भगवानपुर , हरिद्वार ) म बीत तो पादपों व प्रकृति से प्रेम हूण प्राकृतिक छौ।
बॉटनी से एमएससी करणों उपरान्त सि पचास क लगभग डीएवी कॉलेज देहरादून म बॉटनी क लेक्चरर नियुक्त ह्वेन।
डीएवी देहरादून म पढ़ाणो क अतिरिक्त सोम देव शर्मा तिहरे -उत्तरकाशी शिवालिक की पहाड़ियों म फूल वळ पादप कट्ठा करदा छा , तौं क पहचान कोरी संरक्षित करदा छा। मृत्यु समय तौंक घर 13 बलबीर रोड देहरादून म 20 , 000 फूल वळ पौधों को कलेक्शन छौ। प्लांट कलेक्शन तौंकि पूजा छे। शिवालिक , टिहरी अर उत्तरकाशी म तौंन किसानों तै सहयोगी बणायां छा जो प्लांट कलेक्शन करदा छा। सोम देव शर्मा न वूं गाँव वळो तैं पौधा, पौधों क फूल वळि टहनी कट्ठा , तौं तैं दबाण अर अखबार पुटुक संरक्षित करण सिखाई छौ।
प्रोफेसर सोम देव शर्मा न 1986 म एक अभिनव पुस्तक प्रकाशित करवाई छे ,” द ओर्चिड फ़्लोरा ऑफ़ नार्थ वेस्ट हिमालय ‘ 459 पृष्ठ )। प्रोफेसर सोम देव शर्मा क द्वी पुस्तक अप्रकाशित छन
एक लुप्त प्राय पौधा ‘ Ere mostachy superb ‘ की खोज बि प्रोफेसर सोम देव शर्मा न कार छौ जो UNredbook म बि संदर्भित च।
सोमदेव शर्मा की पत्नी विजया शर्मा व पुत्र विवेक शर्मा न प्रोफेसर शर्मा की इच्छा अनुसार 20 हजार ऐंजिओस्पर्म्स क कलेक्शन (पादप पेपर पर व दगड़ म क्लासिफिकासन,आइडीन्टीफिकेसन ) , देहरादून क फारेस्ट रिसर्च इंस्टीच्यूट तैं समर्पित कार जख सोमदेव का नाम से वो कलेक्शन हर्बेरियम नाम से रालो।
मि तैं गर्व च कि सोम देव जीन मि तैं पढ़ाई च।
म्यार गुरु जी प्रोफेसर सोम देव शर्मा क देहावसान 29 जनवरी 2005 म ह्वे।