
प्रेरक वैज्ञानिक जीवन व वैज्ञानिक शोध कहानियां श्रृंखला
300 से बिंडी गढ़वळि कथा रचयिता : भीष्म कुकरेती
डाक्टर आदिनाथ लाहड़ी भू-रसायन अर ईंधन प्रौद्योगिकी क प्रसिद्ध वैज्ञानिक छा। धन्यवाद म केंद्रीय ईंधन अनुसंधान संस्थान खुलण म डाक्टर आदिनाथ लाहड़ी को महत्वपूर्ण योगदान छौ।
डाक्टर आदिनाथ लाहड़ी को जन्म पाबरा , पुरुलिया, बंगाल म 24 अगस्त 1916 कुण ह्वे।
कोलकता विश्व विद्यालय बिटेन आदिनाथ लाहड़ी न भूविज्ञान अर भूरसायन म मास्टर डिग्री अर्जित कार। इम्पीरियल कॉलेज लंदन विश्व विद्यालय म डॉक्टरेट उपाधि हेतु शोध कार्य कार। द्वितीय विश्व युद्ध म आदिनाथ लाहड़ी न रॉयल एयर फ़ोर्स म प्रवेश कार। तब रोयल एयरक्राफ्ट प्रतिष्ठान , फार्म्बेरो फील्ड म इंधन अर तेल अनुसंधान क प्रमुख छा।
युद्ध उपरान्त डाक्टर आदिनाथ भारत ऐ गेन। तख कौंसिल ऑफ़ सांटिफिक ऐंड इंडस्ट्रियल रिसर्च (CSIR ) म उप निदेशक तौर पर ंयुक्त ह्वेन इख डाक्टर आदिनाथ लाहड़ी न सेंट्रल फ्यूल रिसर्च इंस्टीच्यूट की स्थापना की योजना ही नि बणायी अपितु संस्थान की स्थापना बि करवाई। 1953 म ये संस्थान का निदेशक नियुक्त ह्वेन अर सेवा निवृत हूण तक यखी रेन। सेवानिवृति उपरान्त डाक्टर लाहड़ी संयुक्त राष्ट (चिली फील्ड ) का सलाहकार रैन।
भारतीय ऊर्जा सर्वेक्षण समिति अर भारतीय ईंधन नीति परिषद क सदस्य रैन /
डाक्टर लाहड़ी क शोध – पैट्रोग्राफी , ओक्सीडेसन मेकेनिज्म , सॉल्वैंट एक्स्ट्रक्सन , सरफेस केमिस्ट्री ऑफ़ कोल , म केंद्रित छौ। डाक्टर लाहड़ी न ईंधन टेक्नोलॉजी म भौत सि नई पद्धतियां खुजनों हेतु याद करे जांदन। अर तौन 90 पेटेंट रजिस्टर करिन।
डाक्टर आदिनाथ लाहड़ी न 500 से बिंडी शोध लेख प्रकाशित करिन।
कोयला जन ईंधन की खोज व उपयोग म डाक्टर लाहड़ी को नाम सदा आदर से लिए जालो।
सम्मान
भारत सरकार न निम्न पुरूस्कार देन –
पदम् श्री (1960 )
पद्म भूषण (1969 )
इंस्टीच्यूट ऑफ़ इंजीनियर्स – फेलोशिप
इंस्टीच्यूट ऑफ़ फ्यूल्स लंदन -फेलोशिप
भारतीय विज्ञान अकादमी क सदस्य व फेलोशिप
डाक्टर आदिनाथ लाहड़ी क देहावसान 26 अगस्त 1975 म ह्वे।
भारत म कोयला खदान व अन्य ईंधन तकनीक विकसित करण हेतु सदा आदिनाथ लाहड़ी तै याद करे जालो।