हिजड़ो दुन्या – फाड़ी – १
आलेख – भीष्म कुकरेती
हिजड़ा मनुष्य ही छन अर लिंग भेद का कारण यि आम जनसंख्या से अलग रौंदन अर अलग इ कौम माने जांद . हिजड़ा या छक्का कु माने जान्दन यां पर लेख मिल्दन
खास कर तीन तरां से हिजड़ा होन्दन
१- जौंक जनम से इ लिंग भेद नि ह्व़े सकद
२- परिपूर्ण लिंग को नि बढ़ण
३- जौं तै कुठारे (बधियाकरण ) जाव या जौंक लिंग ख़तम करे जाऊ
धर्म ग्रंथुं या पुरानो साहित्य अर इतियास मा हिजड़ो वर्णन
धर्म ग्रंथुं या पुराणो साहित्य मा हिजड़ो छ्वीं मिल्दन
महाभारत मा शिखंडी त एक भौति महत्वपूर्ण चरित्र च जै चरित्र न इतियास इ बदल
महाभारत मा इ अर्जुन को जनानी भेष यांको द्योतक च कि समाज मा शिखंड्यु महत्व त छें इ छौ
रामायण मा बि हिजड़ो वर्णन च
कथगा इ पुराणों मा दिव्तौं नारी भेष याको परमाण च बल हिजड़ा कौम अलग कौम इ छे
वात्सायन को कामसूत्र मा हिजड़ो तै तृतीय प्रकृति क नाम दिए गे
चाणक्य न राजाओ तै हिजड़ो बारा मा कुछ हिदयात दियीं छन कि यूँ तै दंड नि मिलण चयेंद
संसार कि सबसे पुरानो कोश अमर कोश मा हिजड़ो बात छें च अर क्लीव शब्द हिजड़ो कुणि प्रयुक्त हुयुं च
मिश्र मा पिरामिड जुग मा हिजड़ो वर्णन मिलद . एक हिजड़ा बगौस अलेक्जेंडर -तिसरो अर चौथो चतु को शक्त्शाली वजीर छौ
यूनान, रोम की पुरानी सभ्यताओं क इतिहास मा हिजड़ो क वर्णन मिल्द जो राजकाज मा कारिन्दा छ्या. राजा तै नयाणो धुयाणो काम हिजड़ा करदा छ्या .
चीन मा शांग युग से आज तक हिजड़ो वर्णन मिल्द . चीन मा लिंग भंग की सजा आम सजा छे
कोरिया मा हिजड़ो तै नाइसी बुले जांद अर १३९२ का करीब से हिजड़ो वर्णन मिल्द
बाइबल अर यहुदियूँ धर्म ग्रंथुं मा बि हिजड़ो जिकर च
मुग़ल जुग मा बादशाहों हराम मा हिजड़ा इ चौकीदारी करदा छ्या.
चन्द्र शेखर आजाद कुछ समु तक हिजड़ो बीच लुक्याँ रैन
स्वतंत्रा आन्दोलन कि पत्रिका ‘रणभेरी ‘त हिजड़ो क इलाका से प्रकाशित होंदी छे अर हिजड़ा इ बाँट दा छ्या.
बकै फाड़ी- २ मा
Copyright @ Bhishma Kukreti 6/6/012