मनोरंजन

(विज्ञानं विनियम की शुरुवात )  The arrival of Shankaracharya boosted Organized Uttarakhand Tourism Management (  शंकराचार्य आगमन काल...
आंचलिक नाटकों में महिला नाट्यशिल्पियों  की अल्प  संख्या एक चुनौती  – आंचलिक    (गढ़वाली कुमाऊंनी  ) नाटकों की चुनौतियां -4 –...
आंचलिक नाटकों की पूर्वाभ्यास की चुनौतियां – १  – आंचलिक    (गढ़वाली कुमाऊंनी  ) नाटकों की चुनौतियां...
(  कालिदास साहित्य में उत्तराखंड मेडिकल टूरिज्म इतिहास ) उत्तराखंड में मेडिकल टूरिज्म विकास विपणन (पर्यटन इतिहास )  -26 लेखक : भीष्म कुकरेती  (विपणन व विक्री प्रबंधन विशेषज्ञ ) ऐसा...
एक  गढ़वाली  भाषा नाट्य कर्मी  की समस्याएं जो वही अनुभव लरते हैं  है  गढ़वाली -कुमाऊंनी  नाटकों की...
गढ़वाली -कुमाऊंनी नाटक मंचन में पटकथा उपलब्ध न होने की समस्या  – गढ़वाली -कुमाऊंनी  नाटकों की चुनौतियां...
गिरधारी रावत  का गढ़वाली नाटक विकास में योगदान गढ़वाली रंगमंच विकास में योगदान श्रृंखला  –  7    संकलन – भीष्म कुकरेती  (भारतीय...
उदय दिनमान अब अपणी भाषा मां इंटरनेट पर भी-https://www.udaydinmaan.co.in मेरू उत्तराखंड -उत्तराखंड राज्य की अच्छी-बुरी बात गढ़वाली और कुमाउनी भाषा मां ये पेज पर मिलली। पहाड़ -राज्य की संस्कृति,सभ्यता और लोकोत्सव का साथ-साथ सभी कार्यक्रम। दिल से -पहाड़ का साहित्यकार, रचनाकार अर पत्रकारों की बात अपणी भाषा मा। कविता-गढ़वाली और कुमाउनी कहानी -सिर्फ गढ़वाली और कुमाउनी बोली-भाषा मां सोशल मीडिया-वर्तमान समय मां सोशल मीडिया पर हमारी गढ़वाली और कुमाउनी भाषा का वीडियों, आडियों व अन्य संपादक बीना बेंजवाल सिल्ली, अगस्त्यमुनि, जनपद रूद्रप्रयाग उत्तराखंड 6395509100 benjwalbeena2@gmail.com