कोरी बथ’ लूक्यां मूसौं फौज फिर से दिखेणी च भट्या-भट दिनमान रात दिन ह्वईं च। गौं-गळयूं मा...
चुनाव
वोट डळन चला साथियूं लोकतंत्र का बणां बराती अठ्ठार साले उमर कर्लि पूरी त वोट द्योणौ मिली...
मतदान अब बटि हमारि पछांण द्यौण जांण हमुन मतदान दै-दादा दगड़ि लिजांण भैजी बौजी तै समझांण दीदी...
आज फिर बरखा लैगी, भैर भारी जाडू़ ह्वैगी, डांडा-कांठों पड़िगी बर्फ, झगुलि,टोपली भैर ऐगी। आज फिर….. लरक-तरक...
सुनिन्द सियैंण वळा भि अब झटपट्ट बिजिगिन, मिन भी सूणि दगड्यों ऐसु फिर चुनौ ऐगिन।। क्वी मंदिरों...
‘ कोरी बथ’ लूक्यां मूसौं फौज फिर से दिखेणी च भट्या-भट दिनमान रात दिन ह्वईं च। गौं-गळयूं...
–बाखरि— ।*बिचारि बाखरि* मेंऽ मेंऽ कनी छे स्या, जूड़ि परं बंधीं । पूछ्या गै – क्य करि...
मैं ईं बार फिर से वोट मांगण अयूं छूं गौं खोळू मा विकास कलू यन सौं करार...
जु आजकाल ढक्या मोर द्वार भी खपचौणू कुंडा बिछ्वा हलकौणू दुरू बटिन ही सनकौणू धै-धाद लगौणू राजी...
मतदान जरूर कर्या भला मनपसंद स्वच्छ ईमानदार तै विधानसभा पौछाया पर नेतौ का बाना आपस मा ना...