मैं ईं बार फिर से वोट मांगण अयूं छूं गौं खोळू मा विकास कलू यन सौं करार...
उत्तराखंड
अब नि रे केका औणे आस टूटिगी अब मन कु विश्वास।। सुखिगी अब स्या उम्मीदों ...
ब्वानु बौटी जस होंदु, जसन बंणदु जोग॥ म्यौट जथ्या म्यौटण या पुगे पुगे भोग॥ यत कुशळ काज...
मां तेरा आंचल संसार से बड़ा है कोख में मां तूने दुनिया है समाई जन्म लिया मां...
फुर्सत में चलते-चलते बताऐंगे कभी रास्ते में, अपने इरादों को कामयाबी के पथ पर चलते-चलते लिखेंगे अपनी...
केदारघाटी की तीन गौं मा, रचीं-बसीं लोकपरंपरा———- केदारखंड नागपुर-केदारघाटी मा, रचीं-बसी संस्कृति, आस्था, विश्वास अर प्रकृति...
नाक कखि मान च नाक कखि सम्मान च नाक दगडि जुड्यूं हम सबुकू स्वाभिमान च। कैन नाक...
आज फिर बरखा लैगी, भैर भारी जाडू़ ह्वैगी, डांडा-कांठों पड़िगी बर्फ, झगुलि,टोपली भैर ऐगी। आज फिर….. लरक-तरक...
कोरी बथ’ लूक्यां मूसौं फौज फिर से दिखेणी च भट्या-भट दिनमान रात दिन ह्वईं च। गौं-गळयूं मा...
वोट डळन चला साथियूं लोकतंत्र का बणां बराती अठ्ठार साले उमर कर्लि पूरी त वोट द्योणौ मिली...