गढ़वाल, कुमाऊँ , के भवन ( कोटि बनाल , तिबारी , बाखली , निमदारी) में पारम्परिक गढ़वाली शैली की काष्ठ कला अलंकरण, उत्कीर्णन -644
Traditional House wood Carving art of ,Tiger Hill , Chakrata Jaunsar , Dehradun
संकलन – भीष्म कुकरेती
चकराता भवन काष्ठ कला ही नहीं भवन काष्ठ उत्कीर्णन हेतु भी सदियों से प्रसिद्ध है। प्रस्तुत भवन लगता है किसी स्टे होम का अंग है किन्तु शैली में आदिम या प्रिमिटिव है अर्थात जौनसार बाबर का प्रतिनिधित्व परता है।
प्रस्तुत टाइगर हिल का यह भवन काष्ठ उत्कीर्णन हेतु महत्वपूर्ण नहीं है अपितु लकड़ी के भवन शैली हेतु महत्वपूर्ण है। भवन की चरों दीवारें सपाट ज्यामितीय कटान से निर्मित पटले (तख्ते ) से निर्मित हैं। छत का आधार काष्ठ कड़ियों से निर्मित है जिसके ऊपर घास है।
पटतलाऊं को बाँधने की कड़ियाँ भी सपाट ही हैं।
निष्कर्ष निकलता है कि टाईगर हिल (चकराता ) में भवन संख्या १ में काष्ठ कला आदिम प्रकार की है व केवल सपाट ज्यामितीय कटान से ही लकड़ी का कटान कर भवन बना है।
सूचना व फोटो आभार : पंकज रावत (FB )
यह लेख भवन कला संबंधित है न कि मिल्कियत हेतु . मालिकाना जानकारी श्रुति से मिलती है अत: अंतर हो सकता है जिसके लिए सूचना दाता व संकलन कर्ता उत्तरदायी नही हैं .