रीठा (चम्पावत ) के भवन संख्या १ में काष्ठ कला अंकन , अलंकरण, उत्कीर्णन
Traditional House Wood carving Art of Reetha , Betalghat , Champawat, Kumaun
कुमाऊँ ,गढ़वाल, के भवन ( बाखली, खोली , ) में ‘ कुमाऊँ शैली’ की काष्ठ कला अंकन , अलंकरण, उत्कीर्णन -637
संकलन – भीष्म कुकरेती
रीठा (चम्पावत ) सिक्खों हेतु एक धार्मिक स्थल है। रीठा से काष्ठ कलयुक्त दो भवनों की सुचना मिली है।
प्रस्तुत भवन संख्या १ भवन दुपुर या हो सकता है तिपुर हो व दुखंड है। भवन के तल तल ground floor में गौशाला व कुठार (भंडार ) के द्वारों के दरवाजों पर सपाट ज्यामितीय अलंकृत कला दृष्टिगोचर हो रही है। भवन में छाज के स्थान पर गढ़वाली तिबारी जैसे लम्बा बरामदा नुमा आकृति है। पहले तल व तल तल के मध्य बड़ी कड़ी( पसूण ) या मेहराब है जिस पर काश्त उत्कीर्णित आकृति अदर्शनीय है। तिबारी नुमा दलान के बाहर सपाट सतंभ स्थापित हैं। ये स्तम्भ आधार पर कुछ मोटे हैं।
रीठा (बेतालघाट, चम्पावत ) के पस्तुत भवन संख्या १ में कष्ट उत्कीर्णन सपाट ज्यामितीय कटान कला ही दिखती है।
सूचना व फोटो आभार : नरेंद्र मेहरा (फेसबुक से )