पास्कल त्रिभुज प्रसिद्ध हलायुध भट
–
(भारतौ प्राचीन वैज्ञानिक – 35 )
संकलन – भीष्म कुकरेती
–
हलायुध भट लग्गाबग्गा दसवीं सदी का प्रसिद्ध ज्योतिषविद , वैज्ञानिक व गणितज्ञ छा। हलायुध न पिंगल क छंद शास्त्र क भस्य ‘मृतसंजीवनी’ नाम से रच। ये ग्रंथ म मेरु परस्तार या पास्कल त्रिभुज क स्पष्ट वर्णन मिल्दो।
रे पूर्णमिति। उपरिष्टादेकं चतुरस्रकोष्ठं लिखित्वा तस्याधस्तात् उभयतोर्धनिष्क्रान्तं कोष्ठद्वयं लिखेत्। तस्याप्यधस्तात् त्रयं तस्याप्यधस्तात् चतुष्टयं यावदभिमतं स्थानमिति मेरुप्रस्तारः। तस्य प्रथमे कोष्ठे एकसंख्यां व्यवस्थाप्य लक्षणमिदं प्रवर्तयेत्। तत्र परे कोष्ठे यत् वृत्तसंख्याजातं तत् पूर्वकोष्ठयोः पूर्णं निवेशयेत्।
हलायुध क हलायुधकौश बि प्रसिद्ध ग्रंथ च जु अमरकोश जन इ च. हलायुध क कवि रहस्य बि रच्यूं ग्रंथ च।