धराली ( राजगढ़ , उत्तरकाशी ) के एक भवन में पारम्पपरिक गढवाली शैली की काष्ठ कला, अलकंरण, अंकन उत्कीर्णन
Traditional House wood Carving Art in , Dharali Uttarkashi
गढ़वाल, कुमाऊँ , के भवन (तिबारी, निमदारी , जंगलादार मकान , बाखली , खोली , कोटि बनाल ) में पारम्पपरिक गढवाली शैली की काष्ठ कला, अलकंरण, अंकन उत्कीर्णन – ६३३
संकलन – भीष्म कुकरेती
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उत्तरकाशी में सदियों पुराने भवनों में काष्ठ कला विद्यमान हैं। अधिकतर भवनों में काष्ठ कला अपने पुरात्म व प्राथमिक काल की ही हैं। और ऐसी काष्ठ कला उत्तराखंड के तिब्बत सीमा पर बहुतायत से मिलते हैं।
आज धराली (राजगढ़ ब्लॉक, उत्तराखंड ) के एक भवन में काष्ठ कला पर चर्चा होगी। धराली का प्रस्तुत भवन दुखंड व दुपुर है। भवन नया लगता है। प्रथम तल (first floor ) में जंगल बंधा है व जंगले में बड़े स्तम्भ हैं जो सपाट हैं। भवन के प्रथम तल में जंगले के आधार में लघु जंगला बंधा है जिसमे दो कड़ियों के मध्य कुछ कुछ XIX आकर में लघु स्तम्भ बंधे हैं।
भवन के अध्ययन से निष्कर्ष निकलता है कि धराली के प्रस्तुत भवन में ज्यामितीय कटान की सपाट कला विद्यमान है।
सूचना व फोटो आभार : प्रशांत (फेसबुक )
यह लेख भवन कला संबंधित है न कि मिल्कियत हेतु . भौगोलिक , मालिकाना जानकारी श्रुति से मिलती है अत: अंतर हो सकता है जिसके लिए सूचना दाता व संकलन कर्ता उत्तरदायी नही हैं .