कोटियारी (घनशाली ) के एक भवन के जंगले में पारम्परिक गढवाली शैली की कला, अलकंरण, उत्कीर्णन, अंकन
Traditional House Wood Carving Art of, Kotiyari , Tehri
गढ़वाल, भवनों ) में पारम्परिक गढवाली शैली की कला, अलकंरण, उत्कीर्णन, अंकन- 632
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संकलन – भीष्म कुकरेती
टिहरी गढ़वाल में तिबारियों व जंगलों की अच्छी संख्या में सूचना मिली है। आज इसी क्रम में कोटियारी के एक भवन में जंगले की सूचना मिली है। भवन दुपुर व दुखंड है। भवन के तल तल व पहले तल में कमरों व मोरियों (खिड़कियों ) के द्वारों , सिंगाडों में सपाट ज्यामितीय कला के दर्शन हो रहे है। हाँ जंगले के लघु स्तंभ कलयुक्त हैं। अपने युवा काल में जंगले के मिट्टी पत्थर सीमेंट से बने स्तम्भ सही सलामत रहे होंगे किन्तु अब कुछ ही पूरे स्तम्भ बचे हैं।
जंगले के लघु स्तम्भ हुक्का के नई जैसे हैं जिसमे तल में उल्टा कमल , ड्यूल , पुनः कमल दल व इसी तरह पुनरावृति हुयी है।
लघु स्तंभ अपने समय में उत्कृष्ट दीखते रहे होंगे।
सूचना व फोटो आभार: सुरेंद्र रावत
यह आलेख कला संबंधित है , मिलकियत संबंधी नही है I भौगोलिक स्तिथि और व भागीदारों के नामों में त्रुटि संभव है I