महान चिकित्साशास्त्री माधवकर
(भारतौ प्राचीन वैज्ञानिक – २० )
संकलन – भीष्म कुकरेती
माधवकर की भारत का महान चिकित्साशास्त्र्युं म गणत हूंद. माधवनिदानम् अथवा रोगविनिश्चय ग्रंथ माधवकर का रच्यूं ग्रंथ च। माधवकर सतों सदी म जनमेन अर आचार्य इंदुकर का पुत्र छया। माधवनिदान म वाग्भट्ट वचनों समावेश हुयुं च। इन मने जांद बल माधवकार को जनम बंगाल म ह्वे छौ।
माधवकर की चिरस्मरणीय ग्रंथ रोग निस्चय या माधवनिदानम् च। मदाह्व निदानम् म महान चिकित्सा शास्त्री माधवकर न अफु से पैलाक चिकत्सा शास्त्रों निचोड़ लिख्युं च। एक ही ग्रंथ म तत्कालीन काल का सब ज्ञात रोगों व समाधान कु वृत्तांत व सरल भाषा म च। रोग निश्चय की भाषा इथगा सरल च कि भाष्यों आवश्यकता नि पड़दि किन्तु भाष्य लिखे गेन।
रोग निदान हेतु ये ग्रंथ तै चिकित्सा शास्त्र म श्रेष्ठ ग्रन्थ मने जांद -‘निदाने माधव श्रेष्ठ:. ‘ . ।
माधवनिदानम् की संरचना
ग्रंथ बड़ो च अर स्थानकों म नि बंटे गे अपितु द्वी खंड छन। युं खंडों म लिंग विवेचन (रोग का विशेष लक्षण ) व हेतु विवेचन (कारण ।
माधवनिदानम् का द्वी भागों म प्रत्येक क म ६९ अध्याय छन।
सब ज्ञात रोगों क विवरण व निदान का कारण यु ग्रंथ अधिक बचे जांद।
हम तै माधवकर पर गर्व च।