उषा बिजल्वाण
थम्स अप भारत मा कोला कू एक ब्रांड छ।लोगो एक लाल रंगा कू अंगूठा छ।ये तै१९७७ मा भारत कोका कोला कंपनी की भरपाई का खातिर पेश किए गै थौब्रांड तै बाद मा कोका कोला कंपनी न खरीद याली थौ जैतै पैप्सी का खिलाफ प्रतिस्पर्धा करनक फिर से लांच करी। फ़रवरी २०१२ तक थम्स अप भारत मा कोला सेगमेंट मा अग्वाड़ी थौजैका पास भारतीय वतीतजल बाजार मा लगभग ४२/ बाजार हिस्सेदारी और कुल मिलैक १५/ बाजार हिस्सेदारी छ।
थम्स अप १९७७ मा बताए गै जौ,जब अमेरिकन कंपनी कोका कोला तै भारत बटी वापस लियाली थौ।नियमों का कारण येतै अपणा सूत्र (फार्मूला) कू खुलासा करना की आवश्यकता थै। २-विदेशी स्वामित्व वाली कंपनीयों तै सरकारी योजना का तहत अपणी ६०/ एक भारतीय कंपनी तै बेचणक घरेलू भागीदारों का साथ हिस्सेदारी साझा करीक (३) चौहान बन्धुओं का पास पारले कंपनी कू हिस्सा थौ और वूंका पास पैली बटी सोडा , लिम्का और गोल्ड स्पाट का दुई और ब्रांड था जू लै समै पर भारत मा लोकप्रिय था। थम्स अप जल्दी से लोकप्रिय बणगीऔर १९८० का दशक मा भारत मा कोला उत्पादों का बीच लगभग एकाधिकार हासिल करी जन की कैम्पा ,कोला डबल सैवन ड्यूकस और यूनाइटेड ब्रुअरीज समूह का मैकडावेल्स क्रश।
रमेश चौहान नदालचीनी, इलाइची और जायफल जन सामग्री का साथ प्रयोग करीक खरोंचन सूत्र विकसित करी थौ। कंपनी य भी चांदी थै कि पेय बर्फ ठंडा न होणा पर भी फिजी हो ताकी यू विक्रेताओं द्वारा बेचे जै सकदू।मौत परीक्षण और शोध का बाद चौहान बन्धु और वूंकी टीम न एक यनू कोला बणाई जू कोका कोला की तुलना मा जादा तेज और मसालेदार थौ।वून मूल रूप से पेय तै “थम्स अप”नाम देणा की योजना बणाई थै लेकिन नाम तै विशेष बणौणकबी”तै हटै दिनी।१९९१ मा जब भारतीय सरकारन बहुराष्ट्रीय कंपनियों तै बजाय खोली त पैप्सी सबसे फैली आई थम्स अप और पैप्सी बाद मा विज्ञापन का खातिर भारी प्रतिस्पर्धा मा लग्यन।
पैप्सी का विज्ञापन मा जूही चावला जन मशहूर फिल्मी हस्ती शामिल ह्वैन जिसकी दस अप न क्रिकेट प्रायोजन पर खर्च करी। थम्स अप न अपणी एक ३००लीटर (१० यूएस फ्लो आंउस)की बोतल पेश करी जैकू ब्रांडेड महाकोला(जैकू अर्थ छ महान आकार मा)कोला,मूल आकार २५० मि०ली(८.५यूएस फ्लो आंउस)थौ ये उपनाम न छोटा शहरौं मा लोकप्रियता हासिल करी जख लोग थम्स का बजाय महाकोला मांगदा था।१९९३ मा कोका कोला न बजाय मा फिर से प्रवेश करीऔर तिन्या कंपनियों न बाद मा भारत मा जोरदार प्रतिस्पर्धा करी बाद का वर्ष मा कोका कोला न पारले का स्वामित्व वाला पेय गोल्ड स्पाट, लिम्का और थम्स अप को डॉलर ६० मिलियन मा खरीदी और जब कोका कोला तै बेची त भारत मा थम्स अप की बाजार हिस्सेदारी ८५ प्रतिशत थै। पुनः लांच अपणा मजबूत समग्र इक्विटी का बावजूद ब्रांड १२ से २५ साल का कोका कोला पेण वाला आयु वर्ग का बीच अपनी लोकप्रियता खोण लग गी थौ।
यू ह्वै विज्ञापन की कमी का कारण सबसे पैली कोका कोला न थम्स अप तै उत्पादन और विज्ञापन मा कटौती करी ताकि ग्राहकों तै वूंका प्रमुख ब्रांड की तरफ आकर्षित कर सकौती लेकिन जल्दी ही यू आभास ह्वै कि लोग कोका का बजाय पैप्सी की तरफ करला अगर थम्स अप तै बजार बटी वापस लिये गै त। येका बजाय कोक न पैप्सी का प्रतिद्वंद्वी ब्रांड का रूप मा थम्स अप कू उपयोग करना कू निर्णय लिनी ये है तक कोका कोला कंपनी का पास भारतीय शीतल पेय बाजारू लगभग ६०.५ प्रतिशत हिस्सा थौ लेकिन अगर थम्स अप तै हटौंदू छ केवल २८.७ प्रतिशत बजार कू साथ रलू (एनजीओ फाइनेंस की एक रिपोर्ट का अनुसार ट्रेड इन इंडिया)यांतै थम्स अप तै फिर से लांच किए गै जैमा३०से ४० साल का बच्चौं तै लक्ष्य बणाए गै ब्रांड तै फिर से तैनात किए गै जू येका मजबूत स्वाद और गुणौं पर आधारित थौ थम्स अप न पेय की ताकत पर ध्यान केंद्रित करीक पैप्सी का टैलीविजन विज्ञापन पर हमला करीक एक विज्ञापन अभियान शुरू करी ये उम्मीद पर की “वयस्क” चित्रण युवा उपभोक्ताओं तै पसन्द आलूग्रो अप टू थम्स अप एक सफल अभियान थौ ब्रांड की बजार हिस्सेदारी और इक्विटी मा वृद्धि ह्वै।