प्रेरक वैज्ञानिक जीवन व वैज्ञानिक शोध कहानियां श्रृंखला
300 से बिंडी गढ़वळि कथा रचयिता : भीष्म कुकरेती (MSc (Botany )
वैज्ञानिक डाक्टर कोटा हरिनारायण तैं हल्का लड़ाकू विमान विकसित करणो श्रेय दिए जांद।
दुनिया म भौत इ हीन संख्या म देस छन जु लड़ाकू विमान उत्पादन करदन। भारत एक लड़ाकू विमान उत्पादनकर्ता देस च।
तेजस की कथा अर डाक्टर हरिनारायण को नेतृत्व
1980 म हल्का लड़ाकू विमान LCA विकास योजना शुरू ह्वे।
1993 पूर्ण पैमाना पर इंजीनियरिंग विकास FSED तैं मंजूरी मील।
4 जनवरी 2001 कुण तेजस न उड़ान भौर।
2003 म विमान तैं तेजस नाम मील
2015 तेजस वाणु सेना म शामिल
2016 पैलो तेजस स्क्वाड्रन शुरू ह्वे .
तेजस ,पूर्णतः स्वदेसी , हळको , सुपरसोनिक , मल्टीरोल सामरिक विमान च
तेजस म भौत सा संस्करण छन मर 1 , 2
तेजस विकास प्रयोजना क नेतृत्व डाक्टर कोटा हरिनारायण न कौर। डाक्टर कोटा हरिनारायण को जन्म ब्रह्मपुर ओडीसा म 1943 ह्वे। हरिनारायण न वनारस हिन्दू विश्व विद्यालय से मेकैनिकल इंजीनियरिंग की डिग्री अर्जित कार अर पोस्ट ग्रजुएसन डिग्री इंडियन इंस्टीच्यूट ऑफ़ साइंस बंगलौर से अर्जित कार। आईआईटी मुंबई से पोस्ट ग्रेजुएट डिग्री प्राप्त कार। डाक्टर हरिनारायण न लौ डिग्री बि प्राप्त कार।
1967 म डाक्टर हरिनारायण न हिंदुस्तान एरोनॉटिक्स लिमिटेड HAL म सेवा शुरू कार अर 1970 म DRDO HQ म ट्रांसफर ह्वे। पुनः HAL नाशिक म चीफ डिजायनर बणिन। फिर 1985 DRDO म डिप्यूट ह्वेन अर ADR बंगलौर म डाइरेक्टर बणाये गेन। सिसंबर 1985 म हल्का सामरिक विमान LCA विभाग का डाइरेक्टर चुने गेन। ये दौरान डिस्टिंगविश्ड साइंटिस्ट पद पर पदोन्नति ह्वे।
डाक्टर हरिनारायण की नेतृत्व न भारत तैं हळका सामरिक विमान उत्पादन को श्रेय दिलाई।
कुछ प्रमुख सम्मान
डाक्टर हरिनारायण तै दस से बिंडी पुरूस्कार मिलेन तौं मध्य निम्न मुख्य छन
पदम् श्री 2002
प्रधान मंत्री डाक्टर मनमोहन सिंह द्वारा लाइफ टाइम अचीवमेंट पुरूस्कार , 2008
कई संस्थानों से फेलोशिप व पुरुस्कार
भौत सा शिक्षण संस्थानों म पदभार
डाक्टर कोटा हरिनारायण को योगदान भारत कबि नि बिसर सकुद।