(वियतनामी लोक कथा )
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270 से बिंडी गढ़वळि कथा रचयिता : भीष्म कुकरेती
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चू डौंग तु तैं संत अर ताओवाद क अम्र दिबतौं मदे मने जांद। चू डौंग अर राजकुमारी तिएन डुंग (टीएन ) की कथा पुरणी कथाओं मदे एक कथा च।
राजकुमारी राजा हंग वुआंग की तिसरी बेटी छे। राजकुमारी तिएन बिगरैली बांद छे किन्तु यात्रा म रूचि कारण वीन ब्यौवक सब प्रस्ताव नकार देन। वा राजा क लाड प्यारी छे।
हंग येन प्रांत क एक मछली पकडण वळ छुट सि गाँव म चू कु वान अर वैक बेटा चू डौंग-तु न आग से सब कुछ नष्ट ह्वे गेन। . तौम केवल एक लंगोटी बचीं छे। सि बारी बारी से द्वी पैरदा छा। मृत्युशया पर बुबा न ब्वाल कि लंगोटी अफुम रण दे। किन्तु संस्कृति अनुसार शववस्त्र क संग ही शव तैं खडयारे जांद छौ। वैन उधार क वस्त्रों म दाह संस्कार कार।
डौंग रात अंध्यर म माछ पकड़दु छौ अर जखम कमर तक पाणी हो उखम पाणि पुटुक खड़ ह्वेक माछ बिचद छौ।
एक दिन राजकुमारी तिएन -डुंग नयाणो आयी अर चू डौंग झाड़ियों पैथर लुक गे अर तख तैन एक खड्डा खोद अर केवल नाक भैर रखि खड्डा पुटुक बैठ गे। राजकुमारी न नयाण शुरू कार अर तै पाणी से खड्डा क बळु बौगी गे। चू डौंग नंगी छौ। चू डौंग न बताई कि वो इथगा निर्धन च कि वैम लंगोट बि नी च। राजकुमारी न झुल्ला पैर अर एक झुल्ला चू डौंग तै दे। राजकुमारी न यीं घटना तै क्वी संकेत मानि वीं रात चू डौंग क दगड़ ब्यौ कौर दे।
राजा भौत रुस्याई अर वैन वीं तै राजकुमारी पद से अलग कर दे।
राजकुमारी न अपर सरा व्यक्तिगत सम्पति बेच अर एक व्यापारिक भंडार बणैक व्यापार करण लग गे। व समृद्ध ह्वे गे।
एक दिन एक विदेशी व्यापारी आयी अर वैन विदेशी दुर्लभ वस्तु लैक बिचणो सम्मति दे। तिएन डुंग न चू डौंग तैं भैर भिजणो निर्णय ले किन्तु चू डौंग भैर छौ यात्रा म। यात्रा म चू डौंग तेन एक ताओवादी ऋषि मील। चू डौंग ताओवाद सिखणो एक वर्ष तक तकी रुक। जब वो ऋषि से आज्ञा लेक घर आणु छौ तो ऋषि न एक यात्रा करणो लाठ व एक शंकुआकर टोपी दे। अर अनुदेश दे कि यी द्वी वस्तु प्रत्येक समय अफुम ही रखण।
घर आयी अर द्वी झण ताओवाद की शिक्षा बताई। वूं दुयुं न सम्पति बेच दे अर घुमन्तु बण गेन।
एक दिन द्वीथकीक भूमि म सिंया छा , लाठ भूमि म गड्यूं छौ अर चपला लाठ म मथि छौ। जब द्वी बिजेन तो समिण महल सहित एक साम्राज्य छौ। सबि नागरिकों न तौं तै राज्य चलाणो आमंत्रित कार।
एक नया राज्य की सुचना मिलण से राजा हंग वुआंग तै क्रोध आयी नयो राज्य नष्ट करणों सेना भ्याज,
चू डौंग न नागरिकों क अस्त्र-शस्त्र नि लेन कि चूंकि दिव्य राज्य च तो जु ह्वाल सि ह्वाल। तिएन डुंग न बि पिता विरुद्ध अस्त्र शस्त्र उठाणो नाही कर दे।
राजा क सेना क आण से पैलि इ एक बड़ी आंधी आयी अर राज्य हवा म विलुप्त ह्वे गे। सैनिकों तै दिखणो केवल एक दलदली ताल व समुद्र तट ही रै गे छौ।
दुयुंक नाम से संत चू डौंग अर रानी तिएन डंग त्यौहार मनाये जांद।
या च ताओवादी संत चू डौंग अर रानी तिएन डंग की कथा।