(वियतनामी लोक कथा )
अनुवाद: 265 से बिंडी कथा रचयिता : भीष्म कुकरेती
वियतनाम म संस्कृति अनुसार लोग नव वर्ष से पैल अंतिम तीन दिन तक सफाई क उपरान्त ब्वान , गंदगी हटाण वळ उपकरण तै लुके दीन्दन। जु बि ब्वान भूमि पर पड़्युं ब्वान दीवार पर टिकै दिए जांद। लोक नव वर्ष क तीन दिवस तक घर म ब्वान नि लगांदन। यांक कारण हेतु लोक या कथा बतांदन –
औ मिन्ह एक समुद्री व्यापारी छौ। जो मछुवारों क समाज म रौंद छौ। जल दिबता थुये थान न वे व्यापारी तैं एक सेविका भेंट म दे नाम छौ नहु नगुएट। जब बिटेन औ मिन्ह तैं नहू ंगुएट मील वैक भाग्य ही चमक गे अर वैक व्यापार हजार गुण बढ़द गे।
एक दिन टेट नव वर्ष क पैल दिन औ मिन्ह न क्रोध म नहु नगुएट तैं पीट दे। नहु नगुएट इथगा भयभीत ह्वे कि वप कुण्या म खौड़ क ढेर पुटुक लुक गे।
तबि औ मिन्ह की पत्नी न (जैं तैं नहु नगुएट की उपस्थिति नि छे पता ) ब्वान न खौड़ सोरद दैं नहु नगुएट तैं खौड़ दगड़ सोरिक भैर दूर चूलै दे। इना औ मिन्ह की पत्नी न नहु नागुएट भैर चुलाइ तै समय से औ मिन्ह क दरिद्रता क समय शुरू ह्वे गेन अर दरिद्रता म ही मोर। वास्तव म नहु नगुएट एक भाग्य को देवी छे । जैकि अवहेलना से औ मिन्ह दरिद्र से दरिद्र ह्वे।
यी कारण च वियतनाम म नव वर्ष क तीन दिन पैल बिटेन ब्वान न खौड़ नि सोरदन अर यूं दिनों ब्वान आदि लुकै दिए जांदन।