250 से बिंडी कथा रचयिता : भीष्म कुकरेती
पिग सोरोस फॉउंडेशन का कुत्ता जन पोषित संगठन पेरिस मानव अधिकार संगठन का सदस्यों न तैदिन पेरिस म एक छुट सि मोर्चा निकाळ . बीस पचीस लोग झंडा लेक ऐफ़ल टावर क तौळ किराणा छा बल भारत म अल्प संख्यकों क रौण कठिन ह्वे गे। ये छुट सि मार्च तैं बड़ो बताइक समाचार बीबीसी ,सीएनबीएन न सरा दुन्या म दिखाई कि भारत म मानव अधिकार समाप्त क कगार पर च। अर उदाहरण दीणा छा आमिर खान , नसरुद्दीन शाह अर भूतपूर्व उपराष्ट्रपति अंसारी का बयानों का. स्याम दैं ये सोरस का कुत्ता संगठन न प्रेस कॉन्फ्रेंस बि कार। ये कुत्ता संगठन न प्रेस कॉन्फिरेन्स मा ओवैसी , ताहिर हुसैन , अखिलेश यादव का बयानों क डॉक्यूमेंट्री बि दिखाई अर इन लगणु छौ जन बुल्यां मुसलमानों कत्ले आम हूणु हो। फिर ये सुंगर जन संगठन न कश्मीर म धारा 370 हटाण पर कश्मीर म मानव अधिकार हनन क फिल्म बि दिखाई।
प्रेस कॉन्फ्रेंस म एक भारतीय पत्रकार न संगठन क प्रेस अधिकारी से पूछ , तुमर म्वाड़ कख मोर्युं छौ जब कश्मीर म पंडितों तै कश्मीर छुड़नो मजबूर करे गे। जीब कटे गे छे तब तुमर पंडितों मानव अधिकारों की बात करण म?
सुंगर जन मुख वळ प्रेस अधिकारी क उत्तर छौ – नो नो कश्मीर म तो कश्मीरी जौन कश्मीरी पंडित भैर करिन वो कश्मीरी फ्रीडम फाइटर छन अर हम फ्रीडम फाइटरों क इज्जत करदां।
भारतीय पत्रकारन पुनः पूछ , ” ये तुमर आंख्युं म ऐसिड पोड़ गे छौ जब बंग्लादेशी पाकिस्तान क विरुद्ध लड़ाई लड़ना छा तो तुमन यूं तैं गद्दार विद्रोही क नाम दे छौ। तब गू खाणा छा तुम अर तुमर ह्यूमन राइट संगठन ?”
सुंगरन उत्तर दे , “नो नो हम कै बि देश क आंतरिक मामला म दखल नि दींदा”।
भारतीय पत्रकार न पूछ। “तो तुम कश्मीर क बारा म या भारतीय मुसलमानों क विषय म किलै प्रेस कॉन्फ्रेंस करणा छा ?
पिग सोरोस क कुत्ता कु उत्तर छौ , “किलैकि अवर मास्टर पिग सोरोस डज नॉट लाइक हिंदूज ऐंड मोदी “