Aim of Food Tourism: Promotion of Local Products
भोजन पर्यटन विकास -6
Food /Culinary Tourism Development 6
उत्तराखंड पर्यटन प्रबंधन परिकल्पना – 392
Uttarakhand Tourism and Hospitality Management -392
आलेख – विपणन आचार्य भीष्म कुकरेती
आज पर्यटन उद्यम या विचार आमूल -चूल परिवर्तन की सीढ़ी पर है। उपभोक्ता कुछ नया अनुभव की खोज में पर्यटन को महत्व दे रहा है। इसीलिए भोजन केंद्रित पर्यटन विचार /कंसेप्ट तेजी से विकसित हो रहा है और विपणन विचारक भोजन पर्यटन विकास को अति महत्व दे रहे हैं। भोजन पर्यटन स्थल विकास से कई लाभ मिलते हैं जिनकी चर्चा पिछले अध्याय में हो चुकी है।
भोजन पर्यटन के मुख्य उद्देश्य निम्न हैं –
१- स्थानीय भोजन व स्वाद को समृद्ध किया जाय ना कि बाह्य स्वाद को।
२- भोजन पर्यटन स्थानीय भोज्य सामग्री पर ही निर्भर हो
३- भोजन पर्यटन से स्थानीय कृषि व स्थनीय कृषि सहायक उद्यमों में समृद्धि आवश्यक है
४- भोजन पर्यटन के सहायक कारकों में स्थानीय संस्कृति को महत्व दिया जाय जैसे धार्मिक अनुष्ठान आदि होने चाहिए
५- भोजन पर्यटन में सहायक कारक जैसे मनोरंजन में स्थानीय कला ही का समावेश हो -स्थानीय गीत संगीत , खेल का समावेश निश्चित करना
६- भोजन पर्यटन को संबल देने वाले अन्य कारक जैसे श्रमिक स्थानीय ही हों
७- भोजन पकाने पाठशाला म स्थानीय भोजन पाठ्य क्रम अवश्य शामिल हो
८- भोजन पर्यटन से स्थानीय कलाओं का विकास हो ना कि भोजन पर्यटक स्थल चीन का सामन बोक्ने वाला कुरियर ब्वाय बन जाय।
९- भोजन पर्यटन से कृषि पर्यटन को बल मिलना चाहिए
१० – सौगात भोजन पदार्थ भी स्थानीय ही हो जैसे अन्य सौगात वस्तु
मैंने पिछले एक अध्याय में लिखा कि उत्तराखंड में पर्यटन समृद्ध हुआ किन्तु स्थानीय उत्पादों के प्रयोग न होने से उत्तराखंड को समुचित लाभ न मिल सका। अतः भोजन पर्यटन विकसित करने के लिए उपरोक्त उद्देश्यों पर ध्यान देना आवश्यक होना चाहिए