Food /Culinary Tourism: Local Economic Development and Local Image Building
भोजन पर्यटन विकास -5
Food /Culinary Tourism Development 5
उत्तराखंड पर्यटन प्रबंधन परिकल्पना – 391
Uttarakhand Tourism and Hospitality Management -391
आलेख – विपणन आचार्य भीष्म कुकरेती
भोजन केंद्रित पर्यटन दिन प्रति दिन प्रगति पथ पर है अतः भारत में इस विषय पर गंभीर चर्चा होनी चाहिए। भोजन पर्यटन केवल पर्यटकों द्वारा भोजन भक्षण तक सीमित नहीं है अपितु कई आयाम व्यापार है।
भोजन केंद्रित पर्यटन विकास से कई प्रकार स्थानीय आर्थिक विकास की संभावनाएं बढ़ जाती हैं कुछ लाभ इस प्रकार हैं लाभ मिलते हैं
१- स्थान छवि -भोजन स्थान छवि विकसित करता है जिससे अन्य पर्यटन की संभावनाएं बढ़ जाती है।
२- स्थानीय रोजगार – भोजन पर्यटन विकास से स्थानीय लोगों को निकट ही रोजगार के अवसर मिल जाते हैं।
३- कमजोर वर्ग को आर्थिक लाभ – हर स्थान में शारीरिक रूप से , शिक्षा दृष्टि से या मानसिक कमजोरी (दृढ इच्छा शक्ति या बाह्य आयामों को न झेल पाना , ) रूप से कमजोर व्यक्ति होते हैं। भोजन पर्यटन विकास से इस तरह के कमजोर व्यक्तियों को रोजगार मिल जाता है। जैसे हाई वे में किसी ढाबे का पर्यटक स्थल स्थापित हो जाने से स्थानीय स्त्रियों , शारीरिक दिव्यांगों को कई तरह के कार्य मिल जाते हैं
४- छुवाछूत मिटाने में सहायक – भोजन पर्यटन वास्तव में छुवाछूत मिटाने में सक्षम है। पर्यटक भोजनालय कर्मचारी से यह नहीं पूछता कि तुम किस जाती के हो।
५- स्थानीय भोज्य सामग्री की मांग – भोजन पर्यटन से स्थानीय भोजन सामग्री जैसे अनाज , सब्जी , मसाले , बकरे , मुर्गियां , मच्छियों , सूअरों , की जबरदस्त मांग बढ़ जाती है और स्थानीय कृषि को लाभ मिलता है। ६- जब कृषि में व्यापार प्रवेश करता है तो कृषक आधुनिकता की ओर अग्रसर होने लगता है।
७- जब भोजन पर्यटन से कृषक के पास कई खाद्य समाग्री की मांग आती है तो कृषक भूमि का उपयोग बढ़ाने लगता है. एक एक इंच का दोहन करने लगता है। जैसे हर समय नीम्बू , धनिया , लहसुन , प्याज , हरी मिर्च उत्पादन में रम जाता जाता है जो अन्य स्थिति में नहीं हो पाता है।
७अ – स्थानीय फूल व फल संस्कृति पनपना
८- किसी स्थान में भोजन पर्यटन वृद्धि से किसान अन्य कृषि सहयोगी कार्य में भी संलग्न हो जाता है जैसे मुर्गी पालन , बकरी पालन , मधुमखी पालन
९- स्थानीय भोजन पर्यटन विकास से कृषक अन्य शिल्प कार्य में भी कार्यरत हो जाता है जैसे स्थानीय टोकरी , टोपी , लकड़ी बर्तन सौगात सामग्री उत्पादन
१० -किसी स्थान के भोजन पर्यटक स्थल प्रसिद्ध हो जाने से स्थान के कई लोग व्यापार करने लगते हैं जो विकास की असली पहचान है।
१२- भोजन पर्यटन अन्य उद्योगों को भी जन्म देता है जैसे परिहवन , मनोरंजन , स्थानीय कला उद्यमों का जन्म जिससे कई नए उद्योग फलने फूलने लगते हैं।
१३- कई वन भोजन सामग्री या वन सामग्री की भी मांग होने लगती है और स्थानीय लोगों को लाभ पंहुचता है