तुमर भविष्य (ननि नाटिका )
(ननि ननि नाटिका श्रृंखला )
नौटंकी – भीष्म कुकरेती
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व्यक्ति – हे को छे तू कुछ कुछ मेरो आकार जन इ छे ?
भविष्य – मि तू इ छौं अर भविष्य बिटेन आयुं छौं।
व्यक्ति – हैं ? क्या बुन्नि छे ? मि अपर भविष्य से ? हैं ?
भविष्य – हां।
व्यक्ति – कथगा वर्ष अगवाड़ी ?
भविष्य – उं उं ऊं भौत अगवाड़ी।
व्यक्ति – किन्तु मेरी घरवळि बुल्दी कि मि सिगरेट पीण नि छुड़ल त मृत्यु शीघ्र ह्वेलि।
भविष्य – वा बिचारि अधा सत्य बुलणी च। मृत्यु तुमर त ना किन्तु पैस्सिव सिगरेट धूम्रपान से वींन कुछ वर्षों म हि मोर जाण।
व्यक्ति – हूं ! समझ म नि आणु सिगरेट पीण छोडूं या धूम्रपान चालु रखुं ? या रोक द्यूं ?
भविष्य – उन तेरी मृत्यु निकट बि नी। अर तेरी दुसर ब्यौ होलु। त त्वे तैं फिट रौण पोड़ल।
व्यक्ति -हैं ?
भविष्य – हां तेरि पैलि घरवळि त त्यार कुकर्मों अर्थात सिगरेट पीण से चल जाली। जु तु दुसर ब्यौ चैलि तो त्वे फिट रौण पोड़ल इ।
व्यक्ति – अर्थात मि आनंद म इ रौलू ?
भविष्य – जु तू दुसर ब्यौ तै आनंद समझदी त ?
व्यक्ति – अब दुसर ब्यौ ….
भविष्य – किन्तु एक हृदय विदारक बात बि च भविष्य म।
व्यक्ति – क्या ?
भविष्य – तेरी मृत्यु।
व्यक्ति – हां पर मेरी पैलि घरवळि क मृत्यु उपरान इ ना ?
भविष्य – हां।
व्यक्ति – अर दुसर ब्यौ बि।
भविष्य – हां।
व्यक्ति – तो हृदय विदारक क्या ? बच्चा तो होला कि ना ?
भविष्य – बच्चा गोद लिए जालो।
व्यक्ति – क्या ?
भविष्य – हां तेरी पैली पत्नी क बुलण पर इ।
व्यक्ति – उं . मृत्यु ?
भविष्य – तेरी दुसर पत्नी न इ तेरी हत्त्या करण।
व्यक्ति – मेरी हत्त्या ?
भविष्य – हां।
व्यक्ति – पर किलै मेरी हत्त्या ?
भविष्य – हां तेरो मरणो उपरान्त तेरी सम्पति पर तेरी दुसर पत्नी क अधिकार ह्वे जावो अर स्या अपर प्रेमी से ब्यौ कर साको।
व्यक्ति – पर मि तो।
भविष्य – ले भूतकाल म गे छौ तो तेकूण ५०० वर्ष पुरण हीरा व मुगल गैणा। यूं से तू अरबपति ह्वे जैलि।
व्यक्ति – क्या ?
भविष्य – अब मि चलणु छौं।