याद च ? ( ननि नाटिका )
(ननि ननि नाटिका श्रृंखला )
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नौटंकी संकलन – भीष्म कुकरेती
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पैलो मनिख – याद च सन १९५४ म हम द्वी अपर अपर बौड़ुं लेकि भेळ बाट से गौर म मथि डांड लिजाणा छा द्वी लताड़ छा।
दुसर मनिख – त्यार बौड़ म्यार बौड़ क बराबर इ मरखुड्या छौ।
पैलो मनिख – म्यार बौड़ नाम मस्ता छौ।
दुसर मनिख -म्यार बौड़ क नाम ग्वारा छौ।
पैलो मनिख – कुछ बि छौ। पर म्यार बौड़न ते फर ढसाक मारी छे। संभवतया सींग बि मार छौ। पोरो याद नी। लात ते पर पोड़ छे पर म्यार भट्युड़ पर दर्द शरू ह्वे छौ।
दुसर मनिख – ऊं ऊं ! क्या बुन्न ! वास्तव म उ म्यार बौड़ छौ जैन ते पर सीधो त्यार भट्युड़ पर लात मारी छे अर तू भेळ उन्द पोड़ गे छी। गाँव वळुं तै मीन भट्यआयी तौन तू मथि गाड अर हॉस्पिटल लै छा। तेरी यादास्त चल गे छे अर तू भागी गे छौ। भगवान क धन्यवाद जु तू आज मिल गे अर तेरी यादास्त बि